जमीनी विवाद को लेकर लगातार हो रही है जमकर मारपीट

लगातार बिहार सरकार संबंधित विभागीय पदाधिकारियों के साथ-साथ सभी थानाध्यक्षों को भी दिशा निर्देश जारी कर रही है, कि जमीनी विवाद से जुड़े हुए मामले में प्रत्येक सप्ताह अपने स्थानीय थाना में जनता दरबार लगाकर अधिक से अधिक मामले को सुलझाएं.

जमीनी विवाद को लेकर लगातार हो रही है जमकर मारपीट
Fierce fighting for land

अजय कुमार पाण्डेय:

औरंगाबाद: (बिहार) नबीनगर प्रखंड अंतर्गत महुआंव पंचायत में इन दिनों लगातार जमीनी विवाद के मामले में ही मारपीट होते हुए दिखाई दे रहा है. कभी जमीनी विवाद मामले में दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट होती है. कभी बहसा - बहसी होती है. तो कभी विपक्षी पार्टी को देख लेने की धमकी दी जाती है. ऐसे कई मामले महुआंव (पंचायत) गांव के बीच ही कई वर्षों से देखने को मिल रहा है. जो वास्तव में गंभीर चिंता का विषय तो है ही. क्योंकि एक तरफ लगातार बिहार सरकार संबंधित विभागीय पदाधिकारियों के साथ-साथ सभी थानाध्यक्षों को भी दिशा निर्देश जारी कर रही है, कि जमीनी विवाद से जुड़े हुए मामले में प्रत्येक सप्ताह अपने स्थानीय थाना में जनता दरबार लगाकर अधिक से अधिक मामले को सुलझाएं. जनता दरबार भी लगाई जाती है. परंतु अधिकांश मामला जस की तस ही बनी हुई नजर आती है. तो सवाल तो उठेगा ही कि आखिर हमेशा प्रत्येक सप्ताह कैसी जनता दरबार लगाई जाती है. क्या यही असली कानून का राज बिहार में कायम है.

ज्ञात हो कि आज के कुछ ही दिन पूर्व भी नबीनगर प्रखंड अंतर्गत ओ0पी0 बड़ेम थाना क्षेत्र के महुआंव (पंचायत) गांव में ही अपने गोत्र के बीच जमीनी विवाद मामले में जमकर मारपीट हुई थी, जिसमें शिकायतकर्ता ने स्थानीय थाना ओ0पी0 बड़ेम में ही कई लोगों के विरुद्ध नामजद अभियुक्त बनाया था. स्थानीय थाना में लिखित आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराने वाला शिकायतकर्ता का सरकारी अस्पताल नबीनगर तथा सदर - अस्पताल, औरंगाबाद में भी इलाज हुआ था. जो वर्तमान यह मामला औरंगाबाद न्यायालय में ही चल रहा है. इसके बाद पुनः जमीनी विवाद मामले में ही गुरुवार दिनांक - 06 अप्रैल 2023 को भी महुआंव (पंचायत) गांव में कुछ गुंडों को बुलाकर जमकर द्वितीय पक्ष के साथ जमकर मारपीट की गई, जिसमें तीन लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. जिसकी पुष्टि ओ0पी0 बड़ेम थानाध्यक्ष, धनंजय कुमार ने भी संवाददाता से मोबाइल पर बातचीत होने के पश्चात समाचार प्रेषण पूर्व की है.

ज्ञात हो कि ओ0पी0 बड़ेम थानाध्यक्ष, धनंजय कुमार से जब संवाददाता ने गुरुवार दिनांक - 06 अप्रैल 2023 को समाचार प्रेषण पूर्व मोबाइल पर संपर्क स्थापित कर सवाल पूछा कि आज महुआंव गांव में दो लोगों के बीच जो जमकर मारपीट हुई है. उसमें क्या मामला है. तब पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए ओ0पी0 बड़ेम थानाध्यक्ष ने कहा कि जमीन का विवाद है. तब सवाल पूछा कि एफ0आई0आर0 हो गया है. तब थानाध्यक्ष ने जवाब देते हुए कहा कि एफ0आई0 आर0 हो रहा है. तब संवाददाता ने सवाल पूछा कि अभी तक एफ0आई0आर0 नहीं हुआ है ना. तब थानाध्यक्ष ने जवाब देते हुए कहा कि एफ0आई0आर0 नबीनगर ना होता है. यहां से तो फॉरवर्ड होता है ना.

तब संवाददाता ने भी थानाध्यक्ष से कहा कि यहां से तो फॉरवर्ड ही कीजिएगा ना. क्योंकि यहां से तो मेमो नंबर जाएगा. तब थानाध्यक्ष ने भी कहा कि हां. वहीं दूसरी ओर जमीनी विवाद से संबंधित मुद्दे पर ही जब लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश महासचिव व रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोजपा प्रत्याशी, मनोज कुमार सिंह से संवाददाता की गुरुवार संध्या पश्चात कई लोगों के बीच ही बातचीत हुई. तब लोजपा (रामविलास) के प्रदेश महासचिव, मनोज कुमार सिंह का कहना है कि वर्तमान जो बिहार में स्थिति है. उसके मुताबिक कानून का डर ही समाप्त हो चुका है. सत्ता में गलत लोग ही बैठे हुए हैं. सत्ता में बैठे हुए लोग अक्षम साबित हो रहे हैं. आप जान लीजिए कि सत्ता में बैठे हुए लोग सिर्फ झूठ ही बोल रहे हैं, कि कानून का राज है. यहां तो गलत प्रवृत्ति के लोग ही सता में बैठ गये हैं. कानून का मतलब होता है कि एक समय सीमा के अंदर मामले को सुलझा लिया जाए. लेकिन यहां तो ऐसा कुछ है ही नहीं. तो मामला सुलझेगा कहां से.