औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी बने टिकारी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व जदयू विधायक अभय कुशवाहा, 28 मार्च 2024 को करेंगे अपना नामांकन दाखिल
ज्ञात हो कि जब राष्ट्रीय जनता दल की ओर से औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के लिए अपने पार्टी का सिंबल देकर अभय कुशवाहा को उम्मीदवार घोषित कर दिया गया.
मौके पर मौजूद संवाददाता एवं उपस्थित मीडिया कर्मियों द्वारा पूछे गए तीखे सवालों का भी दिया खुलकर जवाब
औरंगाबाद: (बिहार) औरंगाबाद लोकसभा सीट पर इस बार राष्ट्रीय जनता दल की ओर से टिकारी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व जनता दल यूनाइटेड विधायक, युवा जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तथा गया जिले के हाल तक जदयू जिलाध्यक्ष रह चुके अभय कुशवाहा को अपना सिंबल देकर प्रत्याशी बनाया है, जबकि इसी औरंगाबाद लोकसभा सीट को लेकर कांग्रेस के पूर्व सांसद, केरल एवं नागालैंड दोनो राज्यों के राज्यपाल रह चुके प्रबल दावेदार निखिल कुमार भी लगातार अपना दावेदारी जता रहे थे.
इसके अलावे कांग्रेस की ओर से भी इंडिया गठबंधन का फाइनल फैसला नहीं हुआ था. फिर भी राष्ट्रीय जनता दल ने अपना प्रत्याशी का नाम घोषित कर दिया. जिसके वजह से कांग्रेस समर्थकों में भी काफी नाराजगी व्याप्त है. इसलिए इस लोकसभा चुनाव 2024 में आगे की रणनीति क्या होगी. इंडिया गठबंधन द्वारा भी क्या फैसला लिया जाता है. यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा. ज्ञात हो कि जब राष्ट्रीय जनता दल की ओर से औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के लिए अपने पार्टी का सिंबल देकर अभय कुशवाहा को उम्मीदवार घोषित कर दिया गया.
तब राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी बने अभय कुशवाहा दूसरे दिन ही गुरुवार दिनांक - 21 मार्च 2024 को अपने पार्टी समर्थको के साथ रात्रि लगभग 8:20 बजे जिला मुख्यालय औरंगाबाद स्थित सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज मोड के समीप बनी एवं राष्ट्रीय जनता दल के ही आपदा प्रबंधन जिलाध्यक्ष, बुचन यादव के रिसोर्ट में पहुंचकर अपने पार्टी पदाधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं से मुलाकात किया. जहां राष्ट्रीय जनता दल के समस्त पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने भी अपने प्रत्याशी का भव्य स्वागत किया. साथ ही राजद प्रत्याशी ने भी लगभग दो घंटे तक अपने पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर परिचय प्राप्त किया, तथा चुनावी रणनीति पर भी चर्चा की.
इसी क्रम में जब संवाददाता ने राष्ट्रीय जनता दल प्रत्याशी, अभय कुशवाहा से सवाल पूछा कि इसके पूर्व आप टिकारी विधानसभा क्षेत्र से जनता दल यूनाइटेड के विधायक थे. 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में जब आपको जनता दल यूनाइटेड ने क्षेत्र बदलकर बेलागंज विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाया था. तब आप बेलागंज विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हार गए थे. तब फिर आपको जनता दल यूनाइटेड ने गया जिला का जिलाध्यक्ष बनाया. फिर भी आपने कल ही जनता दल यूनाइटेड के पद से रिजाइन मार करके राष्ट्रीय जनता दल के सिंबल पर टिकट लेकर औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने आए हैं. इसका क्या मतलब है. और यहां औरंगाबाद वासियों का कहना है कि कांग्रेस के प्रबल दावेदार पूर्व सांसद, निखिल कुमार एवं राष्ट्रीय जनता दल के लीडर को भी इग्नोर करके आपके पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, लालू प्रसाद यादव ने टिकट दिया है.
तब राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी बने अभय कुशवाहा ने संवाददाता द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि देखिए आप पत्रकार बंधु हैं, और सभी सम्मानित पत्रकार बंधु है. मैं समझता हूं कि एक प्रश्न का जवाब तो सही में उचित है. लेकिन पार्टी पार्टी प्रश्नों का जवाब हम समझते हैं कि देने की आवश्यकता नहीं है. आप ही देख रहे हैं, और हम सब लोग देख रहे हैं. लेकिन एक प्रश्न आपका अवश्य था, कि प्रबल दावेदार हमारे अभिभावक निखिल बाबू थे, और भी बहुत सारे साथी थे. लेकिन निखिल बाबू ही एक सिर्फ नहीं थे प्रबल दावेदार. कांग्रेस के और भी साथी थे.
हमारे राष्ट्रीय जनता दल से भी बहुत सारे साथी थे. वो प्रबल दावेदार थे. लेकिन लास्ट निर्णय जो माना जाता है. सर्वमान्य निर्णय जो होता है. वो नेता का होता है. सर्वमान्य निर्णय जो आया गठबंधन का. उसमें राष्ट्रीय जनता दल में सीट आई, और हमे राष्ट्रीय जनता दल से उम्मीदवार यहां पर बनाया गया. इसके लिए मैं हम राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष का आभार व्यक्त करता हूं. तब संवाददाता ने सवाल पूछा कि इसके पहले भी आपके समाज से ही दो लोग चुनाव लड़े थे. बागी वर्मा भी चुनाव लड़े थे. तथा डॉक्टर उपेंद्र प्रसाद भी चुनाव लड़े थे. लेकिन चुनाव नहीं निकला था. और पुनः जो है आपको उम्मीदवार बनाया गया.
तब उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि देखिए समाज कोई चुनाव नहीं लड़ता है. चुनाव जमात लड़ती है, और मैं समझता हूं कि जो जमात आप देख रहे हैं. इसमें कोई समाज नहीं है. ये सर्व समाज है. सर्व समाज के लोग हैं. आप देख रहे हैं युवाओं का जोश. जो माननीय नेता युवा तुल्य तेजस्वी यादव जी ने युवाओं के ऐतिहासिक काम युवाओं के रोजगार के लिए, युवाओं के बेरोजगारी को दूर करने के लिए इन सत्रह महीनो में जो करने का काम किया है. उसके चलते बिहार के युवाओं में उत्साह.
आप जानते हैं बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश मे सबसे बड़ी आबादी 62% से 68% आबादी युवावों की है. इसलिए निश्चित तौर पर बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में आज जो बड़ बोले. सिर्फ टी0वी0 पर नज़र आएंगे. आपके माध्यम से नजर आएंगे. आप पत्रकार बंधु हैं. हमलोग भी टी0वी0 खोलते हैं, तो और कुछ नजरे नही आता है. कुछ नही आता है. सरजमी पर आप देख लीजिए ना. आप जिस रूप से दिखा रहे हैं. उस रूप से सरजमी पर दिखना चाहिए. इसलिए इस बात की समझ हमारे इस औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र की जनता को होनी चाहिए.
तब उपस्थित संवाददाताओं की टीम ने सवाल पूछा कि औरंगाबाद को चितौड़गढ़ कहा जाता है. इसलिए क्या आप इसे ध्वस्त कर पाएंगे. तब कहा कि देखिए हम ध्वस्त वगैरह करने के लिए नहीं आए हैं. हम औरंगाबाद और चितौड़गढ़ को सजाने और संवारने के लिए आए हैं. फिर प्रत्याशी ने कहा कि हम उन्हें विश्वास दिलाएंगे, कि आपके हरेक सुख दुःख में हम कदम से कदम मिलाकर चलेंगे. हम भाई बनकर, बेटा बनकर, दोस्त बनकर हम साथ रहेंगे. साथ ही प्रत्याशी ने कहा कि सबसे पहले औरंगाबाद की ऐतिहासिक धरती को मैं नमन करते हैं, और औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र की सभी महान वोटर, मालिक, जनता को सबसे पहले मैं आपके माध्यम से नमन करता हूं, प्रणाम करता हूं, और दो तीन दिन के बाद एक महान पर्व की शुरुआत होने वाली है. हम होली की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई देता हूं.
तब संवाददाता की टीम ने सवाल पूछा कि राष्ट्रीय जनता दल यहां से कभी भी लोकसभा का चुनाव नहीं जीता है. तब प्रत्याशी ने जवाब देते हुए कहा कि आपने ठीक कहा कि आप यहां औरंगाबाद से चुनाव लड़ने के लिए आए हैं. कभी यहां से राजद चुनाव नहीं जीता है, तो देखिए जीत के साथ और हार के साथ दोनों का परस्पर संबंध है. जहां पर हार है. वहां पर जीत भी होती है, और जहां पर जीत होती है. इसलिए मैं आपके माध्यम से जरुर कहना चाहूंगा, कि इस बार इस औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र की महान जनता इस बार हमे सेवा करने की अवसर अवश्य प्रदान करेगी.
अंत में राजद प्रत्याशी ने जीते हुए पूर्व जनप्रतिनिधि पर भी निशाना साधते हुए कहा कि ये उनकी नाकामी का प्रतिफल है. मैं इनको जरुर कहना चाहूंगा, कि औरंगाबाद की धरती ऐतिहासिक धरती है. यहां से बिहार को मुख्यमंत्री भी मिला है. ऐतिहासिक धरती है. इसको तो उस रूप में होना चाहिए था.
तब उपस्थित संवाददाताओं की टीम ने सवाल पूछा कि चुनावी मुद्दा आपका क्या होगा. तब जवाब देते हुए कहा कि हम विकास करेंगे. युवाओं की रोजगार के लिए, किसान हित के लिए, छात्रों के लिए, खासकर महिलाओं के लिए आवाज़ उठाने का काम करेगें.
-अजय कुमार पाण्डेय