बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ (गोप गुट) मूल की बैठक देवहरा में हुआ संपन्न

बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ (गोप गुट) मूल की बैठक देवहरा में हुआ संपन्न

अजय कुमार पाण्डेय :

औरंगाबाद ‌(बिहार) बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ (गोप गुट) 'मूल' की एक बैठक सोमवार दिनांक 12 सितंबर 2022 को रा0 कन्या मध्य विद्यालय, देवहरा के प्रांगण में प्रधानाध्यापक, शैलेन्द्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई. इस बैठक में उपस्थित शिक्षकों ने सर्वसम्मति से सरकार के उस आदेश की आलोचना की, जिसमें शिक्षकों को विद्यालय के शिक्षण कार्य से मुक्त किए बगैर ही जातिय जनगणना कार्य करने की बात कही गई है. बैठक में उपस्थित संघ के महासचिव, सत्येन्द्र कुमार ने कहा है कि सचमुच में इस तरह का आदेश बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि जनगणना का कार्य बेहद ही जिम्मेवारी का कार्य होता है, जिसमें जरा सी भी त्रुटि शिक्षकों को अनुशासनात्मक कार्रवायी का निशाना बना देगी.

उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब शिक्षक सुबह शाम जनगणना कार्य ही करेंगे, तो फिर इसके बाद पूर्वाह्न् 09 बजे से लेकर अपराहन 04 बजे तक शिक्षण‌ कार्य क्या वे अपनी पूरी क्षमता के साथ कर पायेंगे? क्या शिक्षकों की विद्यालय अवधि में विद्यालय के अन्दर सिर्फ भौतिक उपस्थिति से ही सही मायने में शिक्षण कार्य हो पायेगा? इसी तरह का आदेश पूर्व में उन शिक्षकों के लिए भी दिया गया है. जो पहले से ही बी0एल0ओ0 के कार्य में लगे हुए हैं? इसका आज परिणाम क्या देखने को मिल रहा है? आज प्रारंभिक विद्यालयों के शिक्षण कार्य से जुड़ा हर व्यक्ति यह अच्छी तरह जानता है कि बी0एल0ओ0 के कार्य में जुड़े शिक्षकों को विद्यालय अवधि के पहले और विद्यालय अवधि के बाद में बी0एल0ओ0 का कार्य करने का आदेश व्यवहार में सिर्फ कागजी आदेश ही रह गया है, क्योंकि संबंधित पदाधिकारियों के मौखिक आदेश पर सभी बी0एल0ओ0 शिक्षक, शिक्षण अवधि में ही अक्सर विद्यालय से बाहर निकल जाते हैं, अथवा विद्यालय में रहकर ही मतदाता सूची का सुधार, इत्यादि कागजी कार्यों में ही लगे रहते हैं. यही हाल अब शायद जातीय जनगणना के सन्दर्भ में भी होने जा रहा है.

उन्होंने इस सन्दर्भ में मानवीय पहलू को भी उठाया है, और सरकार से पूछा है कि क्या शिक्षक इंसान नहीं होता है? क्या शिक्षक कोई भूत प्रेत होता है? जो पूरी अवधि तक विद्यालय में शिक्षण कार्य करने के साथ साथ बिना थके रात दिन लगकर जातीय जनगणना का कार्य भी कर लेगा? क्या शिक्षकों की कोई निजी जिन्दगी नहीं होती है?

इस बैठक में उपस्थित शिक्षकों ने सर्वसम्मति से यह मांग किया है कि जिस शिक्षक को जातीय जनगणना के कार्य में लगाया जाए. उन्हें शिक्षण कार्य से पूर्णतः मुक्त किया जाय. ताकि वे एकाग्रचित होकर त्रुटि रहित ढंग से जनगणना के कार्य को अंजाम दे सकें.

इस बैठक में मौजूद संघ के जिलाध्यक्ष, संजय कुमार सिंह एवं जिला सचिव अवधेश कुमार ने आम शिक्षकों का आहवान किया है कि सरकार और पदाधिकारियों के हर जोर जुल्म, शोषण और भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष के लिए सभी कोटि के शिक्षक एकताबद्ध होकर संघर्ष के लिए तैयार रहें.

इस बैठक में मौजूद संघ के सम्मानित अध्यक्ष, कृष्णा प्रसाद चंद्रवंशी ने भी सभी शिक्षकों को आह्वान किया है कि वे बड़े पैमाने पर संघ की सदस्यता ग्रहण कर इस संघ को मजबूत करें.

इसके अलावे इस बैठक में संघ के जिला कमिटी सदस्य, इरसाद अहमद, महफूज आरिफ, नसीमा खातून समेत बड़ी संख्या में अन्य शिक्षक / शिक्षिका भी मौजूद हुए, जिसका जिला सचिव, सत्येंद्र कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए भी संवाददाता को जानकारी दिया है.