आईआईएम बोधगया में महिला शिक्षाविदों के लिए नेतृत्व कार्यक्रम की घोषणा
महिलाओं के लिए, महिलाओं द्वारा एक अभिनव पहल
गया (बिहार): आईआईएम बोधगया द्वारा मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत महिला शैक्षणिक नेताओं के लिए 5 दिवसीय आवासीय नर्चरिंग फ्यूचर लीडरशिप प्रोग्राम (एनएफएलपी) का आयोजन 11 से 15 नवंबर 2024 तक किया जाएगा। यह कार्यक्रम शिक्षा मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित है, जिसका उद्देश्य भारत में उच्च शिक्षा में महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है।
यूनेस्को की 2021 में प्रकाशित रिपोर्ट में शीर्ष पदों पर महिला शिक्षाविदों की कमी का उल्लेख किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, उच्च शिक्षा प्रणालियों में प्रवेश स्तर की नौकरियों में शिक्षण स्टाफ में महिलाओं का प्रतिनिधित्व अधिक है, लेकिन सफलता की सीढ़ी पर उनकी उपस्थिति धीरे-धीरे कम होती जा रही है।
लिंग-निष्पक्ष वातावरण की आवश्यकता
राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित और अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वेक्षण (एआईएसएचई) द्वारा प्रकाशित सर्वेक्षण में सहायक प्रोफेसर स्तर (44.4%) और प्रोफेसर स्तर (29.1%) पर महिलाओं के प्रतिनिधित्व में लगभग 15% का अंतर पाया गया है। इसके अलावा, 2021 के शोध के अनुसार, 1151 उच्च शिक्षा संस्थानों में से केवल 110 (9.5%) का नेतृत्व महिलाएं करती हैं।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस, आईआईटी खड़गपुर, और आईआईएम बोधगया जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों का नेतृत्व महिलाओं के द्वारा होने के बावजूद, देश इस दिशा में अभी भी पीछे है।
भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्रेरणा
आईआईएम बोधगया की निदेशक, प्रो. विनीता इस सहाय ने कहा, "एनएफएलपी के माध्यम से, हम महिला शिक्षकों को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि वे भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरित कर सकें।" यह कार्यक्रम एक सहायक वातावरण बनाने का प्रयास करता है जो समानता को बढ़ावा देते हुए उच्च शिक्षा में सार्थक बदलाव लाता है।
एनएफएलपी का लक्ष्य एक ऐसा अकादमिक पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है जो महिला प्रोफेसरों के नेतृत्व कौशल को निखारे। आईआईएम बोधगया अधिकतम संख्या में एनएफएलपी का आयोजन कर अकादमिक नेतृत्व में लैंगिक असमानताओं को दूर करने में महत्वपूर्ण योगदान देने की कल्पना करता है।
कार्यक्रम की विशेषताएँ
यह कार्यक्रम महिला प्रतिभागियों को आवश्यक नेतृत्व कौशल, सचेतन संबंधी तकनीक, और नेटवर्किंग रणनीतियों से लैस करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिससे वे सकारात्मक बदलाव के लिए उत्प्रेरक के रूप में उभर सकें।
अगला बैच 6 से 11 जनवरी 2025 तक आयोजित किया जाएगा। भावी महिला शिक्षाविद इस नेतृत्व कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए एमएमटीटीपी पोर्टल पर लॉग इन कर पंजीकरण कर सकती हैं।
— विश्वनाथ आनंद