मंडल कारा औरंगाबाद उपकारा दाउदनगर तथा प्लेस ऑफ सेफ्टी बभंडी का किया गया निरीक्षण
Giving information in this regard, panel advocate Satish Kumar Snehi said that in the Place of Safety, children against the law were found to be more than their capacity.
अजय कुमार पाण्डेय:
औरंगाबाद: ( बिहार ) किशोर न्याय परिषद, औरंगाबाद के प्रधान न्यायाधीश, मनीष कुमार पाण्डेय ने मंडल कारा औरंगाबाद, उपकारा दाउदनगर तथा प्लेस ऑफ सेफ्टी बभंडी का रविवार दिनांक - 02 अप्रैल 2023 को औचक निरीक्षण कर वर्तमान स्थिति की जानकारी ली, और कई मामलों में सुधार के लिए दिशा निर्देश भी दिया.
इस संबंध में पैनल अधिवक्ता, सतीश कुमार स्नेही ने जानकारी देते हुए बताया कि प्लेस ऑफ सेफ्टी में विधि विरुद्ध बालक क्षमता से अधिक पाये गए. कुछ बालकों ने बताया कि नियमित डॉक्टर उपलब्ध नहीं रहने से स्वास्थ्य संबंधी असुविधा होती है. कुछ बच्चों ने बताया कि रोज़ा में है.
निरीक्षण के दौरान प्रधान न्यायाधीश ने निर्देश दिया कि देखभाल में किसी तरह की भी कोताही नहीं बरती जाए. मंडल कारा औरंगाबाद में लगभग एक दर्जन कैदी को किशोर चिन्हित किया गया. जिसकी प्रमाणिकता साबित करके बाल सुधार गृह गया मे भेजने के लिए उपस्थित अधिकारियों को कहा गया. साथ ही साफ़ सफाई में भी लापरवाही नहीं बरतनें के लिए कहा गया. वहीं उपकारा दाउदनगर में बंद कैदीयों ने प्रधान न्यायाधीश से आग्रह करते हुए कहा कि हमारी वादों की सुनवाई तेजी से कराने में मदद करें.
अधिकांश कैदी अपने विचारणीय वादों के शीध्र फैसले के लिए चिंतित थे. उनसे कहा गया कि जिन कैदीयों के केस में पैरवी वास्ते अधिवक्ता नहीं है. वे जेल में नियुक्त जिला विधिक सेवा प्राधिकार, औरंगाबाद के पैनल अधिवक्ता से सलाह लें, तथा प्ली बारगेनिंग का लाभ ले. इस अवसर पर किशोर न्याय परिषद औरंगाबाद की महिला सदस्य संजू कुमारी सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे.