मदनपुर बी0ई0ओ0 ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय आट का किया औचक निरीक्षण, मिली कई अनियमितताएं

प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, राजेंद्र राम ने औचक निरीक्षण के दौरान सुबह 8:00 बजे से लेकर 9:00 बजे दिन तक का समय विद्यालय में ही देते हुए बारीकी से जांच किया

मदनपुर बी0ई0ओ0 ने उत्क्रमित मध्य विद्यालय आट का किया औचक निरीक्षण, मिली कई अनियमितताएं
Madanpur BEO did surprise inspection of upgraded middle school Aat

अजय कुमार पाण्डेय:

औरंगाबाद: ( बिहार ) मदनपुर प्रखंड अंतर्गत घोड़ा डिहरी पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय आट में शुक्रवार दिनांक - 26 मई 2023 को प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी ( बी0ई0ओ ) राजेंद्र राम ने औचक निरीक्षण किया. जहां मौके पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक, मोहम्मद गुलाम सरवर, शिक्षक / शिक्षिका / घोड़ा डिहरी पंचायत की मुखिया शोभा देवी के प्रतिनिधि, पवन सिंह भी मौजूद थे. प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, राजेंद्र राम द्वारा जब विद्यालय का औचक निरीक्षण किया गया. तब पाया गया कि मध्याह्न भोजन के लिए जो प्रधानाध्यापक को सरकारी चावल प्राप्त हुआ है.

उसमें से लगभग आधा चावल स्टॉक में उपलब्ध नहीं है, और पूर्व में विभाग द्वारा जो विद्यालय को समाज विकास के मद में पैसा खर्च करने के लिए 75,000 रुपया की राशि तथा खेलकूद मद में पैसा खर्च करने के लिए 12,000 हजार रुपया की राशि दो अलग-अलग पी0डी0एफ0 के माध्यम से दिया गया था. यानी कि दोनों मद को मिलाकर कुल - 87,000 रुपया का पी0डी0एफ0 प्राप्त हुआ था. फिर भी उस पैसे का उपयोग विद्यालय में नहीं किया गया, क्योंकि इस संबंध में उत्क्रमित मध्य विद्यालय आट के प्रधानाध्यापक, मोहम्मद गुलाम सरवर का प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी एवं संवाददाता द्वारा पूछे जाने पर कहना है कि विभाग से यह दोनों मद की राशि का अलग-अलग पी0डी0एफ0 विगत संपन्न 31 मार्च 2023 से पहले ही भारतीय स्टेट बैंक मदनपुर शाखा को प्राप्त हो गया था. लेकिन भारतीय स्टेट बैंक मदनपुर के स्टाफ द्वारा लापरवाही बरते जाने की वजह से ही 31 मार्च 2023 का वित्तीय वर्ष समय समाप्त हो गया, और विभाग द्वारा प्राप्त दोनों अलग-अलग पी0डी0एफ0 राशि का पैसा बैंक ने विद्यालय के खाता में चढ़ाया ही नहीं.

इसके बाद जब हम 01 अप्रैल 2023 को भारतीय स्टेट बैंक शाखा कार्यालय मदनपुर में गये. तब उस दिन बैंक बंद था, और जब हम 02 अप्रैल 2023 तथा 03 अप्रैल 2023 को यानी कि दोनों दिन लगातार बैंक में जाकर स्टाफ को विभाग द्वारा प्राप्त राशि को चढ़ाने के लिए बोले. तब बैंक स्टाफ ने कहा कि अब 31 मार्च 2023 का समय समाप्त हो चुका है. इसलिए हम अब आपके विभाग द्वारा प्राप्त इस दोनों अलग-अलग पी0डी0एफ0 राशि को विद्यालय के खाते में चढ़ा ही नहीं सकते हैं, क्योंकि वित्तीय वर्ष 2022 - 2023 का समय समाप्त हो चुका है. इसी वजह से अभी तक मेरे विभाग द्वारा प्राप्त यह दोनों पी0डी0एफ0 की राशि बैंक में ही पेंडिंग है. तब ऐसी परिस्थिति में सवाल तो उठेगा ही, कि जब विभाग ने विद्यालय को समय पर पैसा उपलब्ध करा दिया था. तो फिर विद्यालय के खाते में किसकी लापरवाही से विभागीय पैसा को नहीं चढ़ाया गया. आखिर इसका दोषी कौन है. इसकी तो निष्पक्ष जांच अवश्य होनी ही चाहिए. और दोषी कोई भी व्यक्ति पर कार्रवाई भी होनी ही चाहिए. जिसके वजह से विद्यालय में प्राप्त राशि को भी खर्च नहीं किया गया.

इसके अलावे उक्त विद्यालय के प्रधानाध्यापक /शिक्षक / शिक्षिका सभी लोगों ने मौके पर उपस्थित प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी / स्थानीय मुखिया जनप्रतिनिधि /संवाददाता के समक्ष ही जानकारी देते हुए बताया कि अष्टम वर्ग में विद्यार्थियों को पढ़ाने के लिए भी कोई शिक्षक नहीं है, और गणित विषय तथा संस्कृत विषय पढ़ाने के लिए भी विद्यालय में कोई शिक्षक उपलब्ध नहीं है. किसी प्रकार से हम लोग आपस में ही समय निकालकर विद्यार्थियों को पढ़ाते हैं. इसके अलावे भी उक्त विद्यालय में कई अनियमितताएं पायी गई. जो कई सवालिया निशान तो खड़ा करती ही है. ध्यातव्य हो कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय आट में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, राजेंद्र राम ने औचक निरीक्षण के दौरान सुबह 8:00 बजे से लेकर 9:00 बजे दिन तक का समय विद्यालय में ही देते हुए बारीकी से जांच किया. इसके बाद दो अलग-अलग कक्षा में घूम कर बारी बारी से गणित विषय में उपस्थित बच्चों को बोर्ड पर लिखकर पढ़ाने का भी काम किया. जो प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, मदनपुर का अच्छा पहल भी था.