74वे गणतंत्र दिवस पर गांधी मैदान में प्रभारी मंत्री ने किया झंडोत्तोलन
औरंगाबाद जिला के प्रभारी मंत्री सह राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग मंत्री, आलोक कुमार मेहता ने सर्वप्रथम औरंगाबाद जिला पदाधिकारी, सौरभ जोरवाल एवं पुलिस अधीक्षक, स्वप्ना जी मेश्राम के साथ खुले निरीक्षी वाहन पर सवार होकर गांधी मैदान परिसर में निरीक्षण किया
अजय कुमार पाण्डेय / अनिल कुमार विश्वकर्मा:
औरंगाबाद: ( बिहार ) इस बार 74वें गणतंत्र दिवस समारोह, औरंगाबाद जिला के 50वां स्थापना दिवस समारोह, विद्यादायिनी मां सरस्वती पूजा के पावन अवसर पर गांधी मैदान परिसर में निर्धारित समयानुसार पूर्वाहन 9:00 बजे औरंगाबाद जिला के प्रभारी मंत्री सह राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग मंत्री, आलोक कुमार मेहता ने सर्वप्रथम औरंगाबाद जिला पदाधिकारी, सौरभ जोरवाल एवं पुलिस अधीक्षक, स्वप्ना जी मेश्राम के साथ खुले निरीक्षी वाहन पर सवार होकर गांधी मैदान परिसर में निरीक्षण किया.
तत्पश्चात इस 74वे गणतंत्र दिवस के अवसर पर इस बार बिहार सरकार के पूर्व पर्यटन राज्य मंत्री रह चुके एवं वर्तमान राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष, डॉक्टर सुरेश पासवान भी मौजूद रहे, एवं जिला पदाधिकारी, सौरभ जोरवाल, पुलिस अधीक्षक, स्वप्ना जी मेश्राम, अपर समाहर्ता, आशीष कुमार सिन्हा, सदर अनुमंडल पदाधिकारी, विजयंत, जिला शिक्षा पदाधिकारी, संग्राम सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी, प्रभारी सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, कृष्णा कुमार, सिविल सर्जन, जिला परिवहन पदाधिकारी सहित समस्त वरीय पदाधिकारीयों के साथ - साथ समस्त औरंगाबाद वासियों की उपस्थिति में प्रभारी मंत्री, आलोक कुमार मेहता ने झंडोत्तोलन किया.
इस बार गांधी मैदान परिसर मे लगभग 1 घंटा 20 मिनट तक कार्यक्रम हुआ. इसी अवसर पर गांधी मैदान परिसर में औरंगाबाद जिला के प्रभारी मंत्री, आलोक कुमार मेहता ने झंडोत्तोलन कार्य संपन्न करने व संबोधन समाप्ति के पश्चात जिले के अंदर रहने वाले भूमिहीन परिवारों को 3 से 5 डिसमिल जमीन का सरकारी पर्चा भी मंच पर ही हाथों - हाथों वितरण करते हुए सभी को बधाई दिया.
ध्यातव्य हो कि इस अवसर पर प्रभारी मंत्री, आलोक कुमार ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि औरंगाबाद जिले के गणमान्य एवं प्रबुद्ध नागरिक गण, बिहार पुलिस के सभी जवान, एन0सी0सी0 और स्काउट गाइड के सभी कैरेट्स, सभी स्काउट, सभी बुलबुल, सभी पत्रकार बंधुओं, माताओं - बहनों, नन्हे - मुन्ने बच्चों और मीडिया के सभी साथी. आज का यह 74वे गणतंत्र दिवस 2023 में अपनी ओर से, सरकार की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. इस पावन अवसर पर सर्वप्रथम हम उन महान स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. जिन्होंने अपने अदम्य साहस एवं देशभक्ति के बल पर विदेशी दासता से मुक्ति दिलाई. साथ ही हम भारत के उन वीर सपूतों को भी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं. जिन्होंने हाल के दिनों में सीमा पर मातृभूमि की अस्मिता की रक्षा के लिए हमारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा, हमारे राष्ट्र में स्वतंत्रता, संप्रभुता एवं एकता का प्रतीक है. जिसमें हमारा राष्ट्रीय गौरव झलकता है. इस तिरंगे झंडे को सरकारी सार्वजनिक स्थलों पर प्रतिष्ठान प्रतिष्ठापित्त पराधीन भारत में हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को वो अपने प्राण न्योछावर करने पड़े.
ओबरा प्रखंड के खराटी गांव के 19 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी जगतपति कुमार ने पटना सचिवालय गेट पर दिनांक - 11 अगस्त 1942 को तिरंगा झंडा को फहराने के क्रम में शहीद हो गए. उस दिन कुल - 07 जवानों ने उस तिरंगे को फहराने के क्रम में शहीद होने का गौरव प्राप्त किया. क्रांतिकारी, बलिदानियो की शहादत एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के निर्देशन में संचालित अहिंसात्मक आंदोलन के फलस्वरुप 15 अगस्त 1947 को हमारा देश स्वतंत्र हुआ, और 26 जनवरी 1950 को देश में अपना संविधान लागू किया गया. सरकार न्याय के साथ विकास का नजरिया रखते हुए सभी लोगों को क्षेत्रों, वर्गो के साथ लेकर चलने का संकल्प अभिव्यक्त करती है.
सुशासन के कार्यक्रम 2015 - 2020 के अंतर्गत विकसित बिहार के लिए सरकार ने सात निश्चय योजना की घोषणा की थी. वर्ष 2021 में बिहार सरकार द्वारा सात निश्चय योजना भाग 2 की घोषणा की गई. इसके अंतर्गत बिहार के युवा पीढ़ी को आत्मनिर्भर बनाने एवं शिक्षा कौशल विकास शिक्षा एवं रोजगार प्राप्त करने के लिए सक्षम बनाने के लिए कार्य योजना लागू की जा रही है. महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35% आरक्षण देकर बिजली के क्षेत्र में सभी गांवों का विद्युतीकरण पूरा कर बिहार के नागरिकों को स्वच्छ पेयजल मिले. इसके लिए घर घर नल जल योजना लागू की गई. पक्की सड़क से जोड़कर सभी गांव के शहरों एवं गली गली का निर्माण कराकर स्वस्थ एवं खुले में स्वच्छ शौच से मुक्त बिहार के लिए हर घर शौचालय की व्यवस्था कर जिला एवं अनुमंडल में उच्च व्यवसायी एवं तकनीकी शिक्षा व्यवस्था को स्वीकृत कर बिहार में विकास के क्षेत्र में पूरे राष्ट्र स्तर पर गौरव स्थापित किया है. जिसका अनुकरण देश के दूसरे राज्यों में बिहार के इस प्रयोग के बाद किए जाने की होड़ लगी है. सात निश्चय योजना में आर्थिक हल युवाओं के बल निश्चय योजना के तहत जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र द्वारा स्टूडेंट क्रेडिट्स कार्ड योजना अंतर्गत 10,586 विद्यार्थियों को लाभ दिया गया. स्वयं सहायता भत्ता योजना अंतर्गत 28,125 विद्यार्थियों को इस योजना से जोड़ा गया. कुशल युवा कार्यक्रम के तहत कुल - 48,449 लाभार्थियों को लाभ दिया गया. हर घर बिजली लगातार योजना के तहत औरंगाबाद जिले में कुल - 3,35,647 घरों में बिजली का कनेक्शन दिया गया.
हर घर पक्की गली नाली ग्रामीण योजना के द्वारा 2,852 वार्ड आच्छादित किए गए. शौचालय निर्माण का घर का सम्मान योजना अंतर्गत कुल - 3,76,662 घरों में शौचालय एवं 226 सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण किया गया है. हर घर नल जल ग्रामीण निश्चय योजना के तहत कुल - 3,41,790 घरों तक नल के जल पहुंचाया गया. सूचना का अधिकार अधिनियम कार्यान्वित कर इस योजना के अंतर्गत कुल - 24 सेवाओं को शामिल किया गया है. इसे निर्धारित अवधि के अंदर उपलब्ध नहीं कराए जाने के बाद संबंधित पदाधिकारी के विरुद्ध आर्थिक दंड लगाए जाने का भी प्रावधान है.
इसके अलावे दिल्ली एवं दिल्ली के निकट रहने वाले बिहार के निवासियों को बिहार भवन से जाति, आय और आवासीय प्रमाण पत्रों की उपलब्ध कराने की ऑनलाइन व्यवस्था कार्यान्वित किया जा रहा है. लोक शिकायत निवारण अधिनियम 5 जून 2016 से बिहार के सभी जिला एवं अनुमंडल में लागू की गई है. इस अधिनियम के तहत अपनी शिकायत दर्ज कराकर अपने समस्या का समाधान कराने का अवसर प्रदान किया गया है. सरकार द्वारा 6 से 14 आयु वर्ष के बच्चों को मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा प्रदान करने हेतु राज्य के सभी जिलों में सर्व शिक्षा अभियान के तहत. इसी का प्रतिफल है कि औरंगाबाद जिला क प्रत्येक टोला, बसावट में 01 किलोमीटर की दूरी पर प्राथमिक विद्यालय एवं 3 किलोमीटर की दूरी में मध्य विद्यालय तथा जिले के सभी पंचायतों में उच्च विद्यालयों की स्थापना कराई गई. वर्तमान इस जिले में प्राथमिक विद्यालय कुल - 1,093 एवं 1,022 मध्य विद्यालयों की स्थापना कराई जा चुकी है.
उन्नयन योजना के तहत जिले में 234 विद्यालयों में स्मार्ट क्लास का स्थापना कराया गया है. जिससे बच्चे लाभान्वित हो सके. जिले के 51 चयनित विद्यालयों में स्थापना हेतु हेतु 10 - 10 कंप्यूटर सेट एवं अन्य उपयोगी उपकरण उपलब्ध कराया गया है. महिला सशक्तिकरण हेतु राज्य सरकार द्वारा राज्य सरकार संकल्पित है, और आरंभ से ही इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. साथ ही पोशाक योजना, साइकिल योजना, छात्रवृत्ति योजनाओं के माध्यम से बालिकाओं को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है. इसी अवसर पर औरंगाबाद जिला के प्रभारी मंत्री, आलोक कुमार मेहता ने समाज में हमेशा किसी भी क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले कई लोगों को भी मंच पर ही सम्मानित किया, जिसमें पत्रकार रह चुके एवं समाजसेवी, बमेद्र कुमार सिंह को भी समाज के लिए हमेशा रक्तदान कर रिकॉर्ड बनाने के मामले में प्रशस्ति - पत्र देकर सम्मानित किया गया.
भारतीय संविधान देश की आत्मा है. रामायण, कुरान बाइबल सभी धर्मों के मानने वाले लोगों के लिए आत्मा है. जिसे विद्यालय में भी पढ़ाए जाने की आवश्यकता है. 50 वर्ष पूरे होने के वर्षगांठ पर आज उसकी वर्षगांठ है. हम औरंगाबाद के निवासियों, नागरिकों को, तमाम ढेर सारी शुभकामनाएं और बधाई देते हैं. खास करके मैं स्काउट गाइड से रहा हूं, और मैं राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित रहा हूं. मुझे याद है कि मैं मार्च में हिस्सा लिया करता था. गर्व है कि बच्चे अनुशासन के मामले में जो आउटलुक है. एन0सी0सी0 का पहले से काफी बेहतर हो गया है. जय हिंद. इसके अलावे समाहरणालय स्थित परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की बनी मूर्ति पर भी पदाधिकारियों ने बारी बारी से पुष्पांजलि अर्पित करते हुए माल्यार्पण कर नमन किया. डी0आर0डी0ए0 कार्यालय परिसर में भी पदाधिकारियों द्वारा झंडोत्तोलन किया गया. सदर अनुमंडल कार्यालय परिसर में भी सदर अनुमंडल पदाधिकारी विजयंत ने सारे पदाधिकारियों की उपस्थिति में झंडोत्तोलन किया. योजना भवन सभागार परिसर के पास भी पदाधिकारियों की मौजूदगी में झंडोत्तोलन कार संपन्न हुआ. साथ ही नगर परिषद औरंगाबाद, नगर पंचायत रफीगंज में भी तीसरी बार चेयरमैन बनी मिरिख दरखशां ने भी उप चेयरमैन / सभी 16 वार्ड पार्षदों एवं सभी प्रतिनिधियों /नगर वासियों के समक्ष झंडोत्तोलन किया.
इसके अलावे प्रत्येक सरकारी एवं गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों, सामाजिक संगठनों, राजनीतिक कार्यालयों, बैंक, पोस्ट ऑफिस, रेड क्रॉस, पुस्तकालय सहित सभी स्थानों पर भी हर्षोल्लास के साथ झंडोत्तोलन किया गया. संध्या पश्चात नगर भवन, औरंगाबाद में 50वा वर्ष पूरा होने पर जिला स्थापना दिवस समारोह भी धूमधाम से मनाया गया.