क्या मुख्तार अब्बास नकवी को उपराष्ट्रपति बनाया जा सकता है? कैबिनेट मीटिंग में मोदी ने की जमकर तारीफ
क्या मुख्तार अब्बास नकवी को उपराष्ट्रपति बनाया जा सकता है? कैबिनेट मीटिंग में मोदी ने की जमकर तारीफ
देश में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो चुका है। बता दें कि उपराष्ट्रपति पद के लिए 19 जुलाई को नामांकन की आखिरी तारीख है। वहीं इसके लिए मतदान 6 अगस्त को होंगे। इस बीच उम्मीद जताई जा रही है कि भाजपा मुख्तार अब्बास नकवी को उपराष्ट्रपति पद के लिए नामित कर सकती है। मौजूदा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है।
दरअसल इन कयासों को बल इसलिए भी मिला है क्योंकि नकवी का राज्यसभा में कार्यकाल 7 जुलाई को खत्म हो जाएगा। वहीं भाजपा ने राज्यसभा के नामांकन के दौर में नकवी का नाम आगे नहीं किया है। इन सबके बीच नकवी ने बुधवार को केंद्रीय मंत्रिपरिषद से अपना इस्तीफा भी सौंप दिया है। ऐसे में कयास लगाये जा रहे हैं कि भाजपा आलाकमान पार्टी के मुस्लिम चेहरे मुख्तार अब्बास नकवी को किसी बड़े संवैधानिक पद का जिम्मा दे सकती है।
खबर है कि उन्हें उपराष्ट्रपति या फिर केंद्र शासित जम्मू कश्मीर का उपराज्यपाल बनाया जा सकता है। बता दें कि नकवी मोदी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों का विभाग संभाल रहे थे। 6 जुलाई को उन्होंने मोदी सरकार के कैबिनेट मीटिंग में हिस्सा लिया। यह उनके कार्यकाल की आखिरी कैबिनेट बैठक थी। उस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने जमकर तारीफ करते हुए देश और लोगों की सेवा में नकवी के योगदान की सराहना की।
जहां मुख्तार अब्बास नकवी को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं तो वहीं पिछले दिनों जी न्यूज के एक कार्यक्रम में उन्होंने खुद के किसी बड़े संवैधानिक पद पर बैठने के सवाल का जवाब दिया था। दरअसल पिछले महीने(जून 2022) जी न्यूज के खास कार्यक्रम Zee Sammelan 2022 में नकवी से सवाल किया गया कि मोदी सरकार की योजनाओं में मुस्लिमों को भागीदार बनाया गया लेकिन राजनीति में उन्हें कितना भागीदार बनाया गया? क्योंकि सात जुलाई को राज्यसभा से आपकी विदाई के बाद संसद मुस्लिम मुक्त हो जाएगी।
इसपर नकवी ने संशय की स्थिति बनाते हुए कहा कि आप कैसे कह सकते हैं विदाई होगी? आप अभी से कैसे गुणा भाग कर रहे हैं? आगे एंकर ने पूछा कि भविष्य की योजना क्या है, क्या एक बड़े संवैधानिक पद नकवी आसीन होने वाले हैं?
इसपर नकवी ने हल्के अंदाज में कहा कि मैं तो अभी आपकी कुर्सी के पद पर बैठा हूं। जिसके बाद एंकर ने पूछा कि आलाकमान से कुछ तो बात हुई होगी। इस पर उन्होंने कहा, “17 साल की उम्र से ही मैं सक्रिय राजनीति में हूं। आपातकाल के दौरान जेल भी गया, पार्टी के यूथ विंग में भी रहा, महासचिव, प्रवक्ता रहा, उपाध्यक्ष भी बना, कई मंत्रालयों में मंत्री से लेकर आज अभी तक का सफर रहा। मेरा मानना है कि हर सफर सफलता के साथ हो, सहजता, संकल्प और सादगी के साथ हो, और यही होना चाहिए, इसको हम करते हैं।”
गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नकवी को नामित करने के अलावा चर्चा इस बात की भी है कि उन्हें त्रिपुरा से उच्च सदन में फिर से नामित किया जा सकता है। यह सीट माणिक साहा के मुख्यमंत्री बनने के बाद से खाली हुई है। हालांकि नकवी को लेकर भाजपा आलाकमान क्या फैसला लेती है वो आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा।
Source: jansatta