आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में केंद्र से मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने हेतु राजद कर रही है लगातार जिला स्तरीय बैठक
महागठबंधन की सरकार में बिहार के अंदर माननीय उप मुख्यमंत्री, तेजस्वी प्रसाद यादव के साथ सरकार बनने के बाद से प्रत्येक डिपार्टमेंट में लगातार काम हुआ है. लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने सिर्फ धर्म के नाम पर राजनीति कर रही है, और पूरे देश में सिर्फ अक्षत बंटवाने का काम कर रही है.
अजय कुमार पाण्डेय:
औरंगाबाद: (बिहार) आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में केंद्र की सता से नरेंद्र मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने के उद्देश्य से राष्ट्रीय जनता दल द्वारा इन दोनों लगातार अपने कार्यकर्ताओं के साथ जिला स्तरीय बैठक की जा रही है. इसी जनवरी माह में बुधवार दिनांक - 10 जनवरी 2024 को जिला मुख्यालय स्थित एक निजी होटल में राजद की ओर से कार्यकर्ता संवाद के नाम पर बैठक आयोजित की गई. इसके बाद शुक्रवार दिनांक - 12 जनवरी 2024 को भी एक निजी होटल में ही राजद की ओर से पंचायती राज प्रकोष्ठ, कार्यकर्ता सम्मेलन सह सम्मान समारोह के नाम पर बैठक आयोजित की गई. जिसमें जिले भर के राष्ट्रीय जनता दल कार्यकर्ता शामिल हुए. दोनों कार्यक्रम में उपस्थित राजद कार्यकर्ताओं को सलाह दी गई, कि पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता अपने-अपने क्षेत्रों में रहकर हर गरीब गुरबा को यह अवश्य बताएं, कि महागठबंधन की सरकार में बिहार के अंदर माननीय उप मुख्यमंत्री, तेजस्वी प्रसाद यादव के साथ सरकार बनने के बाद से प्रत्येक डिपार्टमेंट में लगातार काम हुआ है. लेकिन केंद्र की मोदी सरकार ने सिर्फ धर्म के नाम पर राजनीति कर रही है, और पूरे देश में सिर्फ अक्षत बंटवाने का काम कर रही है.
वहीं शुक्रवार को आयोजित इसी जिला स्तरीय पंचायती राज प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता सम्मेलन सह सम्मान समारोह में बिहार सरकार के पूर्व पर्यटन राज्य मंत्री, डॉक्टर सुरेश पासवान ने मौके पर मौजूद संवाददाताओं की टीम द्वारा पूछे जाने पर बयान देते हुए कहा कि मैं पूछना चाहता हूं भारतीय जनता पार्टी एवं आरएसएस के लोगों से, देश के लोगों से और धर्माचार्यो से भी पूछना चाहता हूं, कि यह कार्यक्रम जैसे आयोजित है, तो पुरी तैयारी हुई इसकी. तब जा करके उद्घाटन हुई इसका. मंदिर पूरा हो गया क्या? मंदिर जो निर्माण हो रहा था.
मैं सुप्रीम कोर्ट को बधाई देना चाहता हूं. धन्यवाद देना चाहता हूं. आभार व्यक्त करना चाहता हूं. देश के सुप्रीम कोर्ट को, और उसके आदेश के बाद मंदिर का निर्माण शुरू हुआ. पूरे देश के लोग उसमें योगदान कर रहे हैं, और ये कौन होते हैं नरेंद्र मोदी उद्घाटन करने वाले? मंदिर का उद्घाटन करने का लाइसेंस कहां से मिल गया इनको? इनको उद्घाटन करना था रोड का, पुल का, पुलिया का, विद्यालय का, विश्वविद्यालय का, तो ये मंदिर का उद्घाटन करने का अधिकार इनको कौन दे दिया? देश में चार शंकराचार्य है? चार में से एक भी शंकराचार्य इस मंदिर के उद्घाटन में पार्टिसिपेट कर रहे हैं क्या?
हम पूछना चाहते हैं भारतीय जनता पार्टी एवं तमाम लोगों से और गोदी मीडिया से खास करके? जो गोदी मीडिया रात दिन भोपू बना हुआ है? अक्षत बंटवा रहा है, कि भाई शंकराचार्य को किसने रोक दिया? राष्ट्रीय जनता दल ने रोक दिया है क्या? किसने रोक दिया? देश के लोगों ने रोक दिया है क्या? नहीं - नहीं वो धर्म की बात करते हैं, और धर्म एलाऊ नहीं करता है. शास्त्र एलाऊ नहीं करता है, कि अधूरे मकान का उद्घाटन हो? अधूरे मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा किया जाए? अधूरे जो है? कोई भी आयोजन है? उसमें हम जाएं? इसलिए इस मंदिर का उद्घाटन नहीं, बल्कि लोगों को तीसरी बार आंख में धूल झोंकने का भारतीय जनता पार्टी अगर चुनाव नहीं होता, तो यह उद्घाटन का कार्यक्रम प्राण प्रतिष्ठा का प्राण नहीं होता? और इनका जो है इस बार, बार-बार राम का नाम लेकर आ रहे हैं ना? लेकिन देश की जनता राम नाम सत्य कर देगा? इसी मंदिर के, अधूरे मंदिर के उद्घाटन के खिलाफ? ये मंदिर जो है पूरा नहीं हुआ, और आप लोगों को आंख में धूल झोंक रहे हैं?
हम बिहार की सरकार को बधाई देना चाह रहे हैं. देश और दुनिया में बिहार का डंका बज रहा है बिहार का. तेजस्वी जी ने 2020 में क्या प्रण लिया था? विधानसभा के चुनाव में उन्होंने प्रण लिया था, कि यदि हमारी सरकार बनी, तो हम 10 लाख लोगों को पहला कैबिनेट में नौकरी देंगे? और जैसे ही सरकार बनता है? तेजस्वी जी का सरकार फूल्फलेज नहीं है? लेकिन काम हो रहा है.
राष्ट्रीय जनता दल के एजेंडा पर, और तेजस्वी जी अपना प्रण पुरा करवा रहे हैं. बिहार की सरकार से, और उन्होंने जो कहा था. उसके हिसाब से अभी तक टोटल डिपार्टमेंट में आंकड़ा अगर गिनेंगे, तो 8 लाख से ज्यादा नौकरी जो है. लोगों को बंट चुका है. गांधी मैदान में एक लाख से अधिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र जो है वितरण होने जा रहा है, तो हम बांट रहे हैं नौकरी. वो बांट रहा है अक्षत, तो देश के लोगों को और मीडिया के लोगों को भी सावधान होकर सोचना पड़ेगा, कि अक्षत से भाई आपका उज्जवल भविष्य बाल बच्चा, परिवार का होगा, कि नौकरी से होगा? नौकरी से होगा?
मैं आपसे भी पूछना चाहता हूं? नौकरी से होगा, कि अक्षत से होगा? इसलिए तीसरी कांठ की हांडी नरेंद्र मोदी का, भारतीय जनता पार्टी का जो लार टपक रहा है? अभी हम गए थे मध्य प्रदेश में? अभी हम कल ही लौटे हैं वहां से. वहां के लोग छाती पीट रहा है. एक ड्राइवर था मेरा नागर. उसने कहा कि हुजूर धरती उलट गेल. हम कही की का भेल, तो कहा की धरती उलट गेल. वोट देली हमनी हाथ छाप में और गिनती हो गेल कमल छाप में. ई मशीनवा में बड़ा लगता है कि खेल कर दिया है. इसलिए ठीक हो रहा है.
ईवीएम के खिलाफ जिस तरह से आंदोलन हो रहा है. ईवीएम के खिलाफ में निश्चित रूप से अब यह बात सामने आने लगा है, कि ईवीएम में कहीं न कहीं जो है गड़बड़ हो रहा है. कहीं न कहीं इसका मोनोपोली चल रहा है. इसलिए वोटर जिस तरह से वैलेट पेपर पहले चुनाव होता था. एकदम साफ-साफ दिखाई देता था. लालू जी बोलते थे. एकदम मारिहे ललटेनवा पर. बोलतऊ पी. है ना तो उसी तरह से बैलेट पेपर से चुनाव होना चाहिए. लोकतंत्र को बचाने के लिए. जम्हूरियत को बचाने के लिए.
संविधान को बचाने के लिए, और हमारा जो पंचायती राज परकोष्ठ, और पंचायती राज प्रकोष्ठ का जो यह समागम, सम्मेलन, सम्मान समारोह है. हम बधाई देना चाहते हैं. पंचायती राज प्रकोष्ठ को, कि पूरे फॉर्म में पंचायती राज आ गया है. एक तीसरी सरकार है मेरा. भारत सरकार, राज्य सरकार और ग्राम सरकार, तो ग्राम सरकार ही यहां बैठा हुआ है, और गांव से ही देश का निर्माण हुआ है. गांव से ही संविधान का निर्माण हुआ है. गांव से ही जो है. बापू ने आवाज दिया था, तो गांव और पंचायती राज प्रकोष्ठ महाराज जाग गया है. आह्वान आज हम लोग करेंगे, कि उठ जाग मुसाफिर अब भोर भयो. अब रैन कहां की सोवत है. जो सोवत है सो खोवत हैं. जो जागत है सो पावत है. इसलिए 2024 की लड़ाई को हर हाल में जो है. लोकतंत्र को बचाने के लिए, जनतंत्र को बचाने के लिए, सामाजिक न्याय, सांप्रदायिक सद्भाव की सरकार जो है. देश में बनना चाहिए.
नरेंद्र मोदी, भारतीय जनता पार्टी का विदाई होना चाहिए. तभी जो है हमारा जम्हूरियत बचेगा, और लोकतंत्र बचेगा. इसीलिए आज का यह कार्यक्रम मिल का पत्थर आने वाला दिन में साबित होगा, और फिर हमारा कार्यक्रम है 17 जनवरी 2024 को. 17 तारीख को कार्यकर्ता संवाद पूरे बिहार में कार्यकर्ता संवाद हो रहा है. लैश किया जा रहा है. कईसे हमको लड़ना है. यह बिहार है. बिहार उड़ती चिड़िया को हल्दी लगा देता है. लालू जी बोलते हैं, तो हल्दी लगेगा बिहार से ही. कितनो हल्दी लगा करके वो अक्षत बांटे. लेकिन यहां फरियाने वाले वो नही हैं. चालीस में चालीसो सीट बिहार जो है. लोकसभा में 40 का 40 हमारा इंडिया गठबंधन जो है, वह जीतेगा, और देश पर जो है. लोकतंत्र का झंडा फहराएगा.
इसके बाद पंचायती राज प्रकोष्ठ के औरंगाबाद जिलाध्यक्ष, सितारा यादव ने भी मौके पर उपस्थित मीडिया कर्मियों को बयान देते हुए कहा कि बिहार के माननीय उपमुख्यमंत्री, तेजस्वी प्रसाद यादव जी जो है. उनको हम लोग मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं, और मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार को केंद्र सरकार में हम लोग आगे भेजेंगे. तब बिहार का विकास होगा. नहीं तो अईसे कुछ नहीं विकास होगा, और गांव, घर, झुग्गी - झोपड़ी में जा जाकर के हम लोगों ने बताने का काम किया है, और पंचायती राज प्रकोष्ठ के लोगों ने. हम लोग पूरे साथी ने मिलकर काम किया है, और तेजस्वी प्रसाद यादव के हाथों को मजबूत करने का काम किया हूं, और करूंगा.
इसके बाद राष्ट्रीय जनता दल के पंचायती राज प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष, महेंद्र प्रसाद विद्यार्थी ने भी मीडिया कर्मियों द्वारा पूछे जाने पर कहा कि राज्य के सभी जिले में पंचायती राज प्रकोष्ठ के एकदिवसीय बैठक, समारोह और समीक्षा बैठक लगाया गया है. उसी के क्रम में हम आपके औरंगाबाद आए हुए हैं, और समीक्षा बैठक चल रही है, और मुझे काफी प्रसन्नता है. सितारा यादव जी के कंधे पर पार्टी ने जो पंचायती राज का जिम्मा दिया है. इन्होंने ईमानदारी पूर्वक निर्वाह करने का काम किया है. ये मुझे देखने को मिला है.
तब मौके पर उपस्थित संवाददाताओं ने सवाल पूछा कि आप इस कार्यक्रम के माध्यम से क्या संदेश देना चाहेंगे. तब जवाब देते हुए कहा कि आने वाला लोकसभा चुनाव 2024 के लिए हम सभी कार्यकर्ता को सभी सजग करने आए हैं, कि तैयार रहिए, कि किसी भी परिस्थिति में चुनाव की घोषणा हो सकता है. नरेंद्र मोदी को देश से हटाना है, और देश को बचाना है. यही संकल्प लेने के लिए हम पूरे बिहार के सभी कार्यकर्ताओं को आह्वान करने के लिए आए हैं. अंत में राजद के प्रधान महासचिव, कविता सिंह ने उपस्थित मीडिया कर्मियों को बयान देते हुए कहा कि तेजस्वी सरकार को हम लोग को आगे बढ़ाना है. हम सभी महिला लोग चाहते हैं कि तेजस्वी सरकार आगे बढ़े.