बार एवं बेंच एक ही सिक्के के दो पहलू हैं: जिला एवं सत्र न्यायाधीश
अधिवक्ता, सतीश कुमार स्नेही ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला एवं सत्र न्यायाधीश, सम्पूर्णानंद तिवारी आज पहली बार औरंगाबाद जिला में पधारे हैं. सर्वप्रथम देव धाम में दर्शन किया.
अजय कुमार पाण्डेय:
औरंगाबाद: (बिहार) व्यवहार - न्यायालय, औरंगाबाद में रामनवमी के दुसरे दिन शुक्रवार को नये जिला एवं सत्र न्यायाधीश, सम्पूर्णानंद तिवारी ने अपना पदभार ग्रहण कर लिया, और कार्यभार संभालने से पूर्व अचानक जिला विधिक संघ औरंगाबाद में भ्रमण करने का निर्णय लिया.
उस वक्त जिला विधिक संघ के अधिवक्तागण भी अपने कार्यों में व्यस्त थे. बिना किसी पूर्व सूचना के ही अपने बीच नये जिला एवं सत्र न्यायाधीश, संपूर्णानंद तिवारी को देखकर सभी अधिवक्तागण ख़ुशी से गदगद भी हो गए. इसी मौके पर जिला विधिक संघ औरंगाबाद अध्यक्ष, रसिक बिहारी सिंह, महासचिव, नागेंद्र सिंह ने कहा कि पहली बार इतनी मिलनसार, व्यवहारिक व मृदुभाषी जिला एवं सत्र न्यायाधीश, व्यवहार - न्यायालय, औरंगाबाद को मिले हैं. जिला विधिक संघ औरंगाबाद के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, कि अपने पदभार ग्रहण करते ही किसी न्यायाधीश ने जिला विधिक संघ औरंगाबाद में भ्रमण किया.
यह बार तथा बेंच दोनों के लिए मधुर संबंध के संकेत हैं. वही अधिवक्ता, सतीश कुमार स्नेही ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला एवं सत्र न्यायाधीश, सम्पूर्णानंद तिवारी आज पहली बार औरंगाबाद जिला में पधारे हैं. सर्वप्रथम देव धाम में दर्शन किया. तत्पश्चात व्यवहार - न्यायालय, औरंगाबाद में पहुंचकर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, औरंगाबाद का पदभार ग्रहण किया है, और जिला विधिक संघ औरंगाबाद के अधिवक्ताओं से भी मिलने के लिए निकल पड़े.
जिला विधिक संघ के अधिकांश टेबुल पर अधिवक्ताओं से मिलने के पश्चात जमानत याचिका और गवाही तथा अन्य न्यायिक कार्य को देखा. नये जिला एवं सत्र न्यायाधीश, सम्पूर्णानंद तिवारी ने भी कहा कि हम काम पर भरोसा तथा विश्वास करते हैं, और अधिक से अधिक लंबित मामलों के निष्पादन में अधिवक्ता समाज का भरपूर सहयोग भी अति आवश्यक है. हमें पूर्ण विश्वास है कि जिला विधिक संघ, औरंगाबाद व्यवहार - न्यायालय औरंगाबाद के मुकदमे एवं लोक अदालत के मुकदमे निष्पादन में भी भरपूर सहयोग मिलेगा.