कुख्यात वांटेड की गिरफ्तारी पर मिलेगा ईनाम, एसपी से लेकर सचिव तक करेंगे अनुशंसा ,कांड की गंभीरता के हिसाब से तय होगी ईनाम की राशि

Reward will be given on the arrest of the notorious wanted from SP to Secretary will make recommendations

कुख्यात वांटेड की गिरफ्तारी पर मिलेगा ईनाम, एसपी से लेकर सचिव तक करेंगे अनुशंसा ,कांड की गंभीरता के हिसाब से तय होगी ईनाम की राशि
Reward will be given on the arrest of the notorious wanted

ग़ज़नफर इकबाल:

मुजफ्फरपुर : पुलिस मुख्यालय अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने तथा पुलिस को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पुलिस कर्मी और इसमें सहयोग करने वाले को ईनाम की राशि देगी. ईनाम की राशि पच्चीस हजार से लेकर तीन लाख तक कि होगी. विशिष्ट मामलों में यह राशि तीन लाख से भी अधिक हो सकती है.

अपराध की गंभीरता के हिसाब से ईनाम की राशि तय की जाएगी, पच्चीस हजार तक की ईनाम की राशि की घोषणा एस.पी करेंगे, पच्चास हजार तक की घोषणा आईजी की ओर से की जाएगी. एक लाख तक की घोषणा ए.डी.जी स्तर के अधिकारी करेंगे. तीन लाख तक के राशि की घोषणा डी.जी.पी करेंगे तथा उससे अधिक राशि की घोषणा डी.जी.पी की अनुशंसा पर सचिव/प्रधान सचिव/अपर मुख्य सचिव ग्रह विभाग द्वारा किया जाएगा. गिरफ्तारी में सहयोग करने वाले तथा ईनाम की राशि पाने वाले का नाम-पता गोपनीय रखा जायेगा.

ईनामी अपराधियों का नाम, पता, तस्वीर तथा आपराधिक मामलों का ब्यौरा सार्वजनिक किया जाएगा और प्रमुख पब्लिक प्लेस पर लगाया जाएगा. सात साल या उससे अधिक सजा वाले दो वारदात में वांटेड अपराधी की गिरफ्तारी पर भी ईनाम मिलेगा.

निम्न प्रकार के वांटेड अपराधी की सूचना और सहयोग पर मिलेगा ईनाम :-

(1) उग्रवादी मामले में यदि केस दर्ज हो

(2) सात वर्ष और उससे अधिक वाले वांछित अपराधी

(3) महिलाओं और बच्चों के अपराध में वांछित

(4) बालु और शराब के अवैध धंधे में लिप्त वांछित अपराधी

(5) सांप्रदायिक तनाव, हिंसा तथा दंगा फैलाने वाले अपराधी

यदि सहयोग करने में दो या दो से अधिक व्यक्तियों की संलिप्तता रहेगी तो ईनाम की राशि बराबर हिस्सों में बांट दी जाएगी.

2011 पुरस्कार नीति के अतिरिक्त यह घोषणा इस वर्ष अक्टूबर में की गई है जिससे पुलिस कर्मियों का मनोबल बढ़ाने, आम लोगों का पुलिस तंत्र में विश्वास बढ़ाने तथा अपराधी के नियंत्रण में आम जन के सहयोग और भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से यह निर्णय बिहार पुलिस मुख्यालय ए.डी.जी ने लिया है.