बिहार राज्य सिंचाई विभाग के मौसमी दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने सांसद राजाराम सिंह को 15 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा

बिहार राज्य सिंचाई विभाग के मौसमी दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी यूनियन के सदस्यों ने आज दाऊदनगर में काराकाट सांसद कॉमरेड राजाराम सिंह को अपनी 15 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा।

बिहार राज्य सिंचाई विभाग के मौसमी दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने सांसद राजाराम सिंह को 15 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा
Bihar State Irrigation Department submitted a memorandum of 15 point

औरंगाबाद (बिहार) : बिहार राज्य सिंचाई विभाग के मौसमी दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी यूनियन के सदस्यों ने आज दाऊदनगर में काराकाट सांसद कॉमरेड राजाराम सिंह को अपनी 15 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा। यूनियन के राज्य स्तरीय प्रधान सलाहकार सत्येन्द्र कुमार के नेतृत्व में यह ज्ञापन प्रस्तुत किया गया, जिसमें कर्मचारियों की समस्याओं के त्वरित समाधान की मांग की गई।

इस मौके पर यूनियन के राज्याध्यक्ष जयराम सिंह, राज्य उपाध्यक्ष रविशंकर कुमार और कई अन्य मौसमी कर्मचारी भी उपस्थित थे, जिनमें कमलेश मल्लाह, कर्पूरी ठाकुर, राजकेश्वर राम, पिंटू मिस्त्री, संजय रवानी, गुड्डू निषाद और अन्य शामिल थे।

ज्ञापन में कहा गया कि बिहार सरकार द्वारा नहरों के संचालन के लिए लागू किया गया SOP किसानों और कर्मचारियों के लिए फायदेमंद नहीं है। इसके बजाय, यह भ्रष्ट अधिकारियों, राजनेताओं और ठेकेदारों के हित में है।

सत्येन्द्र कुमार ने सांसद महोदय को बताया कि मौसमी कर्मचारियों के शोषण को बढ़ावा देने के लिए SOP जारी किया गया है। इसके कारण, पिछले 20-25 वर्षों से कार्यरत कर्मचारियों को निकाल दिया जा रहा है, जबकि चहेते लोगों को काम पर रखा जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ कर्मचारियों को भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने पर काम से हटा दिया गया था।

ज्ञापन में मांगी गई प्रमुख मांगों में शामिल हैं:

  1. SOP में संशोधन कर मौसमी मेठों की छंटनी का आदेश समाप्त किया जाए।
  2. सभी मौसमी दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों की सेवा नियमित की जाए।
  3. सेवा नियमित होने तक सभी को साल भर काम दिया जाए।
  4. नहरों पर मौसमी मेठों की संख्या पूर्व की तरह की जाए।
  5. पहले वरीय मौसमी कर्मियों को काम पर रखने के बाद अन्य कर्मियों को रखा जाए।
  6. सभी मौसमी कर्मियों को परिचय पत्र दिया जाए।
  7. मौसमी कर्मियों को आवश्यक सामग्री जैसे टॉर्च, सिटी और वर्दी प्रदान की जाए।

कर्मचारियों ने सांसद महोदय की न्याय यात्रा में भी भाग लिया।

by विश्वनाथ आनंद.