निर्वाचन व्यय प्रेक्षक, सुधाकर शुक्ला ने व्यय अनुश्रवण कोषांग की समीक्षा बैठक में दिए कई दिशा-निर्देश

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औरंगाबाद (बिहार): बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के सफल, पारदर्शी एवं निष्पक्ष संचालन के उद्देश्य से भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त व्यय प्रेक्षक सुधाकर शुक्ला ने बुधवार को वाणिज्य कार्यालय, औरंगाबाद में निर्वाचन व्यय अनुश्रवण कोषांग से संबंधित कार्यों की समीक्षा बैठक की। इस अवसर पर उन्होंने निर्वाचन व्यय निगरानी से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए कई आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।

बैठक में राज्य कर संयुक्त आयुक्त एवं नोडल पदाधिकारी रवि रंजन आलोक, सहायक नोडल पदाधिकारी गुंजन कुमार, सहायक व्यय प्रेक्षक अनामिका कुमारी, व्यय लेखा दल, वीडियो निगरानी दल, एवं वीडियो अवलोकन दल सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

सुधाकर शुक्ला ने कहा कि निर्वाचन व्यय निगरानी लोकतांत्रिक प्रक्रिया की शुचिता और पारदर्शिता बनाए रखने का एक अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रत्येक अभ्यर्थी द्वारा किए गए सभी व्यय का सटीक और अद्यतन संधारण सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही, सभी व्यय निगरानी दलों को अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय रहते हुए सभाओं, जुलूसों, प्रचार वाहनों, प्रचार सामग्री एवं अन्य चुनावी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने को कहा गया।

उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सभी वीडियो रिकॉर्डिंग और निरीक्षण प्रतिवेदन समय पर नोडल पदाधिकारी को उपलब्ध कराए जाएँ ताकि आयोग को प्रतिदिन सटीक रिपोर्ट भेजी जा सके।

नोडल पदाधिकारी रवि रंजन आलोक ने बताया कि जिले के सभी प्रखंडों एवं विधानसभा क्षेत्रों में व्यय निगरानी दलों को सक्रिय कर दिया गया है। प्रत्येक दल को उनकी भूमिका, जिम्मेदारी और रिपोर्टिंग प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया गया है। उन्होंने कहा कि सभी आवश्यक लेखा प्रपत्र, निरीक्षण रजिस्टर और रिपोर्टिंग उपकरण उपलब्ध करा दिए गए हैं ताकि निगरानी कार्य सुचारु रूप से हो सके।

सहायक व्यय प्रेक्षक ने उपस्थित अधिकारियों को लेखा पुस्तिका, वित्तीय संचिका, और व्यय रिपोर्टिंग प्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने व्यय सीमा के पालन पर विशेष बल देते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाए।

व्यय प्रेक्षक सुधाकर शुक्ला ने सभी दलों को यह भी निर्देश दिया कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान नकदी वितरण, उपहार सामग्री या किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि पर पूर्ण नियंत्रण रखा जाए। स्थैतिक निगरानी दल और फ्लाइंग स्क्वायड टीमों को किसी भी सूचना पर तत्काल कार्रवाई करने को कहा गया।

उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि चुनाव पूर्ण रूप से निष्पक्ष, पारदर्शी और शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हों। इसके लिए सभी दलों को आपसी समन्वय और सहयोग की भावना से कार्य करना चाहिए।

सुधाकर शुक्ला ने यह भी कहा कि निर्वाचन व्यय नियंत्रण केवल प्रशासनिक औपचारिकता नहीं, बल्कि यह लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा का माध्यम है। अतः सभी अधिकारियों का कर्तव्य है कि वे अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करें।

बैठक के अंत में व्यय प्रेक्षक ने आगामी चरणों की तैयारियों की समीक्षा की और आयोग के नवीनतम दिशा-निर्देशों की प्रति भी सभी उपस्थित अधिकारियों को उपलब्ध कराई। नोडल पदाधिकारी ने आश्वासन दिया कि व्यय अनुश्रवण से संबंधित सभी कार्य समयबद्ध तरीके से पूर्ण किए जाएँगे और रिपोर्टें निर्धारित समय सीमा के भीतर व्यय प्रेक्षक को सौंपी जाएँगी।

सभी उपस्थित अधिकारियों ने यह विश्वास दिलाया कि निर्वाचन व्यय अनुश्रवण से संबंधित सभी कार्य आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप, निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ संपन्न किए जाएँगे ताकि बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को सफलतापूर्वक आयोजित किया जा सके।

रिपोर्ट : विश्वनाथ आनंद.

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