ओडिशा के बालासोर में हुई दुःखद रेल दुर्घटना में मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि देते हुये ईष्वर से उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना की है. Pramod Tiwari-MP
दिनांक-03.06.2023
श्री प्रमोद तिवारी, सांसद, उप नेता, राज्य सभा एवं सदस्य कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी एवं श्रीमती आराधना मिश्रा मोना, नेता, कांगे्रस विधान मण्डल दल,उ.प्र. ने ओडिशा के बालासोर में हुई दुःखद रेल दुर्घटना में मृतकों के प्रति श्रद्धांजलि देते हुये ईष्वर से उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना की है और बड़े पैमाने पर घायल लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
नेता द्वय ने शुक्रवार की शाम बालासोर में हुई भयावह रेल दुर्घटना को देश ही नही बल्कि दुनिया की सबसे बडी रेल दुर्घटना बताया है और कहा है कि रेल प्रबंधन की घोर लापरवाही के कारण दिल को दहला देने वाली यह घटना घटित हुई जिसमें लगभग तीन सौ निर्दोष लोगों की जान चली गयी और लगभग एक हजार लोग घायल हुये हैं ।
नेता द्वय ने कहा है कि कोरोमंडल एक्सप्रेस एवं बेंगलुरू हावड़ा एक्सप्रेस इसलिए दुर्घटनाग्रस्त हुई क्योंकि पहले से ही रेल लाइन पर मालगाडी खडी होने के बावजूद रेलवे प्रबन्धन द्वारा सिग्नल देने मे घोर लापरवाही बरती गयी। उन्होने कहा कि मौजूदा मोदी सरकार ने जिस तरह से सिर्फ वाहवाही के लिए रेलवे में कर्मचारियों की कमी की अनदेखी करते हुए नाकाफी प्रबन्धन के बीच नई नई रेल सेवाओं के उदघाटन का सिलसिला शुरू किया उसका नतीजा हजारों की संख्या मे निर्दोष रेल यात्रियों को बेवस मौत तथा घायल व चुटहिल होकर चुकाना पड़ा है।
नेता द्वय ने कहा है कि रेल पटरियों की समुचित देखरेख न होने तथा सुरक्षा के मानक पूर्ण न होने की स्थिति में रेलवे की गति बढ़ाने की जगह पहले सुरक्षा, और तब गति का नीतिगत स्वरूप तय करना चाहिए था।
माननीय प्रधानमंत्री जी तथा मा. रेलमंत्री पर तंज कसते हुये कहा है कि लोक लुभावन जुमलेबाजी के कारण रेलवे जैसे आम जनता के सबसे बड़े उपक्रम में भी जोखिम उठाते हुए तीव्र गति की रेल यात्री सेवाओं का उदघाटन उतना जरूरी नही है जितना कि रेलवे सेवा को सुरक्षित ढांचा के लिए सरकार की पहल जरूरी है।
नेता द्वय ने कहा है कि रेल दुर्घटनाओं में अब तक की परम्पराओं को देखते हुए केन्द्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी को इस हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुये अपने पद से त्याग पत्र दे देना चाहिए, वहीं नेता द्वय ने सरकार से पूरी शक्ति के साथ गंभीर रूप से घायलों के बेहतर से बेहतर उपचार तथा इनमें से कई चुटहिलों को दिव्यांगता से भी बचाने के लिए युद्ध स्तर पर कारगर प्रयास करने को कहा है।
नेता द्वय ने बालासोर रेल हादसे की सरकार से रेलवे विभाग से इतर न्यायिक निगरानी में उच्चस्तरीय जांच कराए जाने पर भी जोर दिया है। बालासोर रेल दुर्घटना में लगभग तीन सौ मृतकों और लगभग एक हजार की संख्या में घायलों के प्रति गहरा दुख जताते हुये केंद्र सरकार से सभी मृतकों के परिजनों को पचास- पचास लाख रूपये तथा गंभीर रूप से घायलों को बीस - बीस लाख व साधारण रूप से घायलों को पांच - पांच लाख रूपये का मुआवजा दिये जाने की मांग की है ।
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(आराधना मिश्रा मोना) (प्रमोद तिवारी)
नेता, कांगे्रस विधान मण्डल दल,उ.प्र.
Editor cum Bureau chief.
Lucknow