कुटुंबा के कांग्रेस विधायक ने मुख्यालय से सटे अपने आवास पर ही परिवार के साथ किया छठ व्रत
अजय कुमार पाण्डेय :
औरंगाबाद: (बिहार ) लोक आस्था का महापर्व के पावन अवसर पर इस बार कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक राजेश राम ने मुख्यालय से सटे आवास पर ही अपने परिवार के साथ छठ व्रत किया, तथा छठ व्रत के पावन अवसर पर ही खरना के दिन यानी कि महापर्व छठ पर्व के एक दिन पूर्व अपने सगे संबंधियों, इष्ट मित्रों को भी आदर पूर्वक आमंत्रित कर प्रसाद वितरण किया.
साथ ही लोक आस्था का महापर्व छठ समाप्ति पश्चात सोमवार दिनांक-31 अक्टूबर 2022 को भी कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक राजेश राम ने सभी लोगों को आदर पूर्वक अपने आवास पर बुलाकर प्रसाद वितरण किया, और कांग्रेस विधायक ने उपस्थित सभी लोगों के समक्ष ही बातचीत के क्रम में कहा कि हमारे क्षेत्र की महान जनता ने मुझे 05 वर्ष के लिए परीक्षा का अवसर दिया. मैं किसी पार्टी की बात नहीं करता हूं. यदि मेरे काम पर क्षेत्र में प्रशंसा होती है. तब मुझे भी लगता है कि सीना गदगद हो गया. जान लीजिए कि जनता का काम कभी खत्म नहीं होता है. दधपा गांव के लोगों ने भी मुझे सन 2015 में अपना कीमती मत देकर विधानसभा का चुनाव जिताया. तब उस वक्त दधपा गांव के लोगों ने मुझसे कहा था कि हम लोगों को रोड बनवा दीजिए. तब हम लोग आपसे कुछ नहीं मांगेंगे. इसके बाद छठ घाट मांगे. तब मैं कोरोनाकाल की वजह से नहीं दिया, फिर कहते हैं कि कुछ और दे दीजिए. इसलिए ऐसा भी नहीं होना चाहिए. मेरा कहना है कि मेरे पिताजी एवं मेरा काम की छवि पर भी चर्चा होनी चाहिए. लेकिन मैं सोचता हूं कि यदि कोई भी व्यक्ति हमेशा जो मेरा कपार (सर) पर सवार है. तब उसका काम जल्द से जल्द ही खत्म कर दो. इसके बाद कुटुंबा के कांग्रेस विधायक, राजेश राम ने उपस्थित लोगों के समक्ष ही बातचीत के क्रम में कहा कि बैराव पथ भी हमने हीं बनवाया है. नबीनगर से इटवॉ टोले वाया शिकारपुर रोड भी मेरा ही बनवाया हुआ है. जो अब खराब हो गया है. इसलिए उसे भी बनवाना है. साथ ही मैंने अंबा स्थित चर्चित सतबहिनी मंदिर, गजना धाम मंदिर का भी विकास किया. अंत में कुटुंबा कांग्रेस विधायक, राजेश राम ने उपस्थित सभी लोगों के समक्ष ही बातचीत के क्रम में कहा कि अब मैं पहले गांव-गांव, पाव-पाव कार्यक्रम की शुरुआत कर चौपाल लगाकर जनसंवाद करते हुए ही किसी भी काम का निर्णय ले.
इसी बीच मौजूद एक क्षेत्रीय जनता ने कुटुंबा के कांग्रेस विधायक राजेश राम से अनुरोध करते हुए कहा कि आप समय-समय पर अपने क्षेत्र में विद्यालय पर भी अवश्य ध्यान दीजिए, ताकि विद्यालय व्यवस्था सुधर सके. इसके बाद कुटुंबा के कांग्रेस विधायक ने उपस्थित लोगों के समक्ष ही बातचीत करते हुए कहा कि वर्तमान महागठबंधन सरकार की पॉलिसी में नया विद्यालय, नया अस्पताल, नया थाना, नया अनुमंडल या नया जिला बनाने की कोई योजना नहीं है. लेकिन थाना को आधुनिकरण किया गया है. वाहन दिया गया. बाकी सभी चीजों को विस्तारीकरण कर रहे है. तब संवादाता ने कांग्रेस विधायक राजेश राम से सवाल पूछा कि आज लोक आस्था का महापर्व छठ का समापन हो गया. इसलिए आप अपने क्षेत्रवासियों, जिला वासियों, देशवासियों के लिए क्या संदेश देना चाहेंगे. तब पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जिस प्रकार से आज लोक आस्था का महापर्व छठ का समापन हो गया. आप सही कह रहे हैं, जिस तरह से संभवत विश्वकर्मा पूजा, दीपावली, इसके बाद लोक आस्था का महापर्व छठ, तो मन में एक उत्साह, मन में गुदगुदा हट रहती है. जैसा आप कहें कि छठ का समापन हो गया, तो रियली में ये छठ महापर्व ऐसा है. जो लगता है कि रोज मनाया जाए. आज समापन है. तब थोड़ा उदास है. लेकिन खुशी इस बात की होती है कि तीन-चार दिन की छठ में प्रक्रिया है. इसमें लोकल लगे रहते हैं, और लोग जब प्रसाद ग्रहण करने आते हैं. तब यह लगता है कि हमारी छठ व्रत का यह पर्व सफल हो गया. लोगों से मिलने का. एक संवाद होने का. जिले की बात करते हैं, तो मैं देश का बात कर रहा हूं, कि पहला तो ये है कि हम सनातन धर्म से मानने वाले हैं, और सनातन धर्म ऐसा धर्म है. सब धर्म को अपनी प्रतिष्ठा और इज्जत से देखती है. इसलिए मैं आपके माध्यम से पुनः ये कहना चाहूंगा कि भाईचारा जो है. यह छठ महापर्व तभी सफल होगा. जब हम जातिय धर्म, संप्रदाय वर्ग से ऊपर उठकर सभी मानव धर्म को मानकर हम लोग सभी मिलजुल कर काम करें. ये छठ महापर्व का सही महत्व मनाएं. इसके बाद जब संवाददाता ने कांग्रेस विधायक राजेश राम से सवाल पूछा कि औरंगाबाद जिला अंतर्गत पड़ने वाली देव का सूर्य मंदिर विश्व में अद्भुत अकेला पशिचमाभिमुख देव सूर्य मंदिर है. लेकिन जिस प्रकार से यहां देव में व्यवस्था होनी चाहिए. उस प्रकार से यहां नहीं देखा जाता है. प्रत्येक वर्ष अचला सप्तमी को जब देव छठ महोत्सव का आयोजन किया जाता है. तब प्रत्येक वर्ष काफी खर्च भी किया जाता है. प्रथम बार जब देव में सूर्य महोत्सव की शुरुआत हुई थी. तब बिहार के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मात्र 2,00000 (दो) लाख रुपया का ही फंड इश्यू किया था. उस प्रोग्राम को भी हमने कवरेज किया था. लेकिन आज देश सूर्य महोत्सव के नाम पर बढ़ते-बढ़ते यही फंड 25,00000 (पच्चीस) लाख रुपया तक पहुंच गया, और जब भी देव में सूर्य महोत्सव का आयोजन होता है. तब बाहर से भोजपुरी गायक जैसे: कि मनोज तिवारी, तृप्ति शाक्या, उदित नारायण, दीपा नारायण, अक्षरा सिंह, अनूप जलोटा जैसे चर्चित गायक को बुलाया जाता है. लेकिन जब-जब देव सूर्य महोत्सव का यहां प्रोग्राम होता है. तब तब सिर्फ यहां बवाल ही होता है. सरकारी फंड का पैसा देव के विकास कार्यों में ना लगा कर बल्कि पानी की तरह पैसा को बहाया जाता है. जैसे: कि विश्व विख्यात देव सूर्य मंदिर के क्षेत्र में धर्मशाला का निर्माण, पेयजल की व्यवस्था, पार्क का निर्माण, लाइट की व्यवस्था करने के बजाय सिर्फ सरकारी पैसा को हमेशा पानी की तरह ही बहाया जाता है? यदि देव में सरकारी फंड के पैसे से वास्तविक विकास होता? तो देव में पर्यटकों की संख्या भी अच्छी होती. पर्यटक आकर्षित होते? सरकारी राजस्व में भी वृद्धि होती? इसलिए आप इस मुद्दे पर क्या कहना चाहेंगे? तब कुटुंबा के कांग्रेस विधायक ने पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि देखिए जहां तक आपने कहा. मैंने भी सुना. लेकिन इस साल तो बवाल नहीं हुआ है. पहले होता आया है. मैं मानता हूं.
आज हमारा महागठबंधन की सरकार है, तो हम लोग जो मूलभूत सुविधा होनी चाहिए. थोड़ी बहुत कमियां है. तब उसको हम लोग दूर करेंगे. रही बात आधारभूत संरचना की, तो हाल में भी हमने बिहार विधानसभा का जो है. बिहार विरासत कमिटी के हम मेंबर भी हैं, तो उस कमिटी में हम लोग पर्यटन में पदाधिकारी को भी सभापति के नेतृत्व में बुलाए थे. तब हम लोग उसमें कई प्रोजेक्ट की बात भी किए, और वर्तमान में पर्यटन मंत्री, माननीय, सर्वजीत कुमार भी बिहार विरासत कमिटी के सदस्य थे. तब संवाददाता ने कुटुंबा के कांग्रेस विधायक राजेश राम से सवाल पूछा कि बिहार सरकार के पूर्व पर्यटन राज्य मंत्री रह चुके डॉक्टर सुरेश पासवान कभी कहना है कि हमने देव पर्यटन के लिए काफी काम किया था. लेकिन आज उस हिसाब से विकास नहीं हो पा रहा है. इसलिए आप इस मुद्दे पर क्या कहेंगे? तब पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कुटुंबा के कांग्रेस विधायक ने कहा कि देखिए आप परिवर्तन की बात कर रहे हैं, तो स्मरण कीजिए. सन् 1980 से उस पोखरा में जो है. हमारे पिताजी दिलकेशवर राम पहला वहां का गेस्ट हाउस निर्माण किया था. वहां पर हॉस्पिटल का भी निर्माण किया. लेकिन उस समय के और इस समय के अनुसार देखिए, तो उसके अनुपात में देव में विकास हुआ है. इसे पूर्णतः इग्नोर नहीं किया जा सकता है.
अंत में संवाददाता द्वारा विकास से संबंधित मुद्दों पर ही पूछे जाने के पश्चात कुटुंबा के कांग्रेस विधायक राजेश राम ने कहा कि देखिए देव का सम्मान बढ़ेगा, जिला का सम्मान बढ़ेगा, तो मेरा भी सम्मान बढ़ेगा. देव की छवि सुधरेगी, तो देव, जिला और मेरा भी सम्मान बढ़ेगा. हम और माननीय पर्यटन मंत्री, सर्वजीत कुमार भी बिहार विरासत कमिटी के सदस्य रहे हैं, और ऑल रेडी हम लोगों ने प्रस्ताव दिया है, तथा आने वाला समय में राजकीय मेला का प्रस्ताव भी हम लोगों ने दिया है, और विधानसभा में भी कई है. आप यदि कहेंगे, तो मैं आपका व्हाट्सएप पर भी भेज दूंगा. सदरविधायक आनंद शंकर सिंह तथा हम दोनों ने मिलकर सरकार को प्रस्ताव दिया है. लेकिन चुकि हमारी सरकार नहीं थी. अब हमारी महागठबंधन कि अपनी सरकार है, तो आगे आसानी से इस पर अच्छा काम करेंगे. जहां तक आपने देव सूर्य महोत्सव के आयोजन पर बेवजह खर्च किए जाने की बात कहा, तो खर्च का आंकड़ा क्या है? नहीं है? इसका मुझे पता नहीं है.