रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के कई गांव आज भी है विकास से वंचित

रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के कई गांव आज भी है विकास से वंचित

अजय कुमार पाण्डेय / अनिल कुमार विश्वकर्मा:

औरंगाबाद: (बिहार) रफीगंज विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाली ढोसीला पंचायत के अंदर कांडी, ढोसीला पंचायत, साहो करमा के अलावे कई ऐसे गांव आज भी है. जो विकास से वंचित है. इस क्षेत्र का वास्तविक नजारा संवाददाता ने तब देखा. जब साहो कर्मा निवासी, अवधेश पासवान के घर पर एक कार्यक्रम में पहुंचा . इस क्षेत्र के अंदर पड़ने वाली कांडी, ढोसीला पंचायत, साहो करमा के अलावे कई ऐसे गांव हैं. जहां किसी को भी यदि किसी गांव में जाना है. तब गहरा नहर किनारे बसा हुआ गांव, पथरीला, उबड़-खाबड़ रास्ता, जंगल - झाड़ी, सकरी गली, सुनसान इलाका से होकर ही गांव में जाना पड़ेगा.

इसके अलावे यदि इन सभी गांवों में किसी व्यक्ति को संध्या पश्चात जाना है. तब वास्तव में बहुत ही मुश्किल भरा का कार्य है, क्योंकि इस सुनसान इलाके में यदि कोई रास्ता भी भटक जाए. तब नहर, जंगल - झाड़, पहाड़ी क्षेत्र के अगल - बगल बीच में ऐसा कोई गांव भी नहीं है. जहां कोई मार्ग भटके हुए व्यक्ति को उचित रास्ता भी बता सके, और इस क्षेत्र को देखने से तो यही स्पष्ट होता है, कि यदि किसी व्यक्ति की अचानक तबीयत भी खराब हो जाए. तब ऐसी विकट परिस्थिति में इन सभी इलाके के अंदर पड़ने वाली किसी गांव में कोई अपना वाहन लेकर जाना भी पसंद नहीं करेगा.

नतीजतन ऐसे हालात में इन सभी क्षेत्र के पीड़ित मरीजों या उनके परिजनों का भी क्या हाल हो सकता है? इसका अंदाजा खुद भी लगाया जा सकता है? इसलिए इन सभी गांवों में पहुंचने के लिए सड़क मार्ग की स्थिति तो जर्जर है ही. साथ ही साहो करमा गांव में सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं में शामिल गली - नाली, खरंजा, जल - नल योजना की भी स्थिति वही है, जिसका लाभ आज भी गरीब परिवारों को नहीं मिल पा रहा है. इसलिए इन इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए काफी चिंता का विषय आज भी तो है ही? क्योंकि बिहार सरकार हमेशा कहती है, कि हमारे राज्य में न्याय के साथ सभी लोगों का विकास हो रहा है.

बिहार राज्य के प्रत्येक क्षेत्रों में सड़कों का जाल बिछा दिया गया है. बिजली में भी काफी सुधार हुआ है. लेकिन इसके बावजूद भी हमारे द्वारा किया गया विकास कार्य विपक्षी को दिखता ही नहीं है. तब उसमें हम क्या करें? इसलिए रफीगंज विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पड़ने वाली ढोसीला पंचायत का सवाल उठना भी तो लाजमी होगा ही? कि यदि बिहार - सरकार किसी भी क्षेत्रों में न्याय के साथ हमेशा विकास कार्य करती है. तब रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के अंदर पड़ने वाली ढोसीला पंचायत के अंदर इन सभी गांवों में रहने वाले मतदाताओं का क्या कसूर है? जिसके वजह से इन सभी गांवों में विकास का कार्य नहीं हो पा रहा है?

ज्ञात हो कि ढोसीला पंचायत अंतर्गत विभिन्न गांवों की सड़कों के स्थिति बद से बदतर रहने के मुद्दे पर ही जब संवाददाता ने मंगलवार दिनांक - 22 नवंबर 2022 को रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोक जनशक्ति पार्टी प्रत्याशी व वर्तमान लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के वरीय नेता, प्रमोद कुमार सिंह से भी सवाल पूछा, कि वर्तमान बिहार के माननीय मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार किसी भी जनसभा में कहते हैं कि बिहार में हमेशा न्याय के साथ विकास हो रहा है. बिहार के प्रत्येक क्षेत्र में हमने सड़कों का जाल बिछा दिया है. बिजली में भी काफी सुधार हुआ है. इसके बावजूद भी विपक्षी को दिखता ही नहीं है, कि बिहार में कोई विकास हुआ है. तब उसमें मैं क्या करूं? लेकिन जब मैं आपके ही रफीगंज विधानसभा क्षेत्र में कुछ दिन पहले ढोसीला पंचायत अंतर्गत साहो करमा गांव में गया था. तब नहर, जंगल - झाड़ी के बीच उबड़ - खाबड़ रास्ता से गुजरकर ही साहो करमा गांव में जाना पड़ा था, और उस गांव की तरफ जाने वाली सड़क की स्थिति बद से बदतर ही है.

इस संबंध में आप क्या कहना चाहेंगे? तब उन्होंने पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि किसी भी गांव में जितना - जितना हम अपना निजी फंड खर्च करके सड़क मार्ग बनवाए हैं. वही रोड की स्थिति आज ठीक है. लेकिन बिहार में सरकार द्वारा बनाई गई सड़कों का हाल वही है. जो आप कह रहे हैं. यहां का रोड सिर्फ कागजों पर ही है. आप लोहरा पंचायत में चले जाइए. जो दो जिला औरंगाबाद तथा गया को जोड़ता है. लोहरा पंचायत बॉर्डर है. अरथुआ के बाद जितना भी गांव है. जैसे कि गोरडीहा पंचायत, बलार पंचायत जाकर भी देख लीजिए, कि इन क्षेत्रों में सड़क की स्थिति क्या है? आज आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आजादी के अमृत - महोत्सव का आयोजन भले ही पूरे भारतवर्ष में धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है. लेकिन यह आज भी सत्य है, कि आजादी के बाद से औरंगाबाद जिले में रोड की स्थिति वही है. यदि विश्वास ना हो. तब माननीय मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार रोड का सर्वे करा लें. नहीं तो हम ही रोड का फोटो खींच करके भेजते हैं. लोहरा पंचायत का भी स्थिति बहुत ही खराब है. जो दो जिला के बॉर्डर को भी जोड़ती है.

ध्यातव्य हो कि ढोसीला पंचायत अंतर्गत पड़ने वाली जर्जर सड़क के मुद्दे पर ही जब संवाददाता ने रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के पूर्व लोजपा प्रत्याशी एवं वर्तमान लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश महासचिव, मनोज कुमार सिंह से भी सवाल पूछा. तब बिहार के मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार पर प्रहार करते हुए कहा कि बिहार में काम के बजाय सिर्फ भ्रष्टाचार ही तो हो ही रहा है. कोई भी विभाग ऐसा नहीं है. जहां बिना रिश्वत का कोई काम होता हो. आज ढोसीला पंचायत में सड़कों की स्थिति कितनी बद से बदतर है. यह तो खुद आप भी देख ही रहे हैं, और इस क्षेत्र की भोली - भाली जनता भी विकास कार्य से अनभिज्ञ नहीं है. इसलिए आने वाले दिनों में इस क्षेत्र की जनता भी वैसे लोगों को जवाब तो देगी ही.