तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर का प्रसाद लड्डू की अपवित्रता की खबरे परेशान करने वाली है: कॉंग्रेस
लड्डू की अपवित्रता की खबरे परेशान करने वाली:
अजय कुमार पाण्डेय:
गया: (बिहार) विश्व प्रसिद्ध सनातन धर्मावलंबियों का तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद लड्डू में जानवरों की चर्बी, मछली का तेल आदि होने का दावा करने वाली गुजरात लैब की रिपोर्ट आने पर संपूर्ण भारतवासियों में भयानक रोष व्याप्त है. इसी संबंध में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता, प्रोफ़ेसर विजय कुमार मिट्ठू, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष, बाबूलाल प्रसाद सिंह, दामोदर गोस्वामी, प्रद्युम्न दुबे, शिव कुमार चौरसिया, टिंकू गिरी, विनोद उपाध्याय, अमरजीत कुमार, दीपू लाल भैया, पंडित गोपाल सेन, बलिराम शर्मा इत्यादि ने कहा है कि प्रसाद लड्डू के अपवित्र होने की खबरे परेशान करने वाली है.
देश भर में ऑथोरिटी को हमारे धार्मिक स्थानों की पवित्रता की रक्षा करनी होगी. कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर में वेंकटेश्वर को लड्डू चढ़ाने की प्रथा 02 अगस्त 1715 से शुरू हुई थी. सन 2008 में तिरुपति लड्डू की कालाबाजारी रोकने के लिए भौगोलिक संकेत टैग के लिए भी पंजीयन कराया गया था. लैब रिपोर्ट आने के बाद आंध्र प्रदेश की टी.डी.पी. सरकार एवं पूर्ववर्ती वाई.आर.एस. कॉंग्रेस दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं, जबकि सरकारी सूत्रों के अनुसार आज तक घी का ब्लैक लिस्टेड कंपनी ही सप्लायर है. मामला आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट में भी पहुंच गया है.
इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि भगवान बालाजी भारत और दुनिया भर में करोड़ों भक्तों के पूजनीय देवता हैं. जिनकी प्रसाद लड्डू की पवित्रता की अनदेखी से सनातन धर्मावलंबियों को भारी ठेस पहुंचा है. केंद्र सरकार एवं आंध्र प्रदेश सरकार से अविलंब इस मामले की सी.बी.आई. जांच कराने तथा देश भर के धार्मिक स्थानों की पवित्रता की रक्षा करने हेतू मांग किया है.