सरस्वती शिशु मंदिर (उच्च विद्यालय) औरंगाबाद में तीन दिवसीय क्षेत्रिय संगणक एवं गणित विज्ञान मेला काआयोजन 

सरस्वती शिशु मंदिर (उच्च विद्यालय) औरंगाबाद में तीन दिवसीय क्षेत्रिय संगणक एवं गणित विज्ञान मेला काआयोजन 

सरस्वती शिशु मंदिर (उच्च विद्यालय) औरंगाबाद में तीन दिवसीय क्षेत्रिय संगणक एवं गणित विज्ञान मेला काआयोजन

19 अक्टूबर 2022 से प्रारंभ होकर 21 अक्टूबर 2022 तक चलेगा मेला

अजय कुमार पाण्डेय / प्रमोद कुमार सिंह :

औरंगाबाद: (बिहार) मुख्यालय स्थित अदरी नदी के तट पर बना सरस्वती शिशु मंदिर (उच्च - विद्यालय) औरंगाबाद में बुधवार दिनांक - 19 अक्टूबर 2022 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें लोक शिक्षा समिति उत्तर बिहार के प्रदेश सचिव, मुकेश नंदन, रोहतास के विभाग निरीक्षक, उमाशंकर पोद्दार, विद्यालय के प्रधानाचार्य, सुमंत कुमार, विद्यालय प्रबंधक मीडिया प्रभारी, रवि रंजन कुमार, कार्यक्रम संयोजक, डॉक्टर प्रभात कुमार,भाजपा युवा मोर्चा जिला प्रवक्ता, आदित्य श्रीवास्तव, राजीव रंजन पाठक, आलोक सिंह, सुरेश मेहता, विपिन कुमार, मनोज कुमार चौबे, हरि नारायण सिंह एवं उपस्थित अन्य कई लोगों ने भी मौजूद पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि विद्या भारती बिहार - झारखंड द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर (उच्च - विद्यालय) औरंगाबाद में यह कार्यक्रम तीन दिवसीय विज्ञान एवं गणित मेला का आयोजन किया जा रहा है. 

इस कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन गुरुवार दिनांक - 20 अक्टूबर 2022 को प्रातः 9:30 बजे मुख्य अतिथि औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के सांसद, सुशील कुमार सिंह करेंगे, जबकि औरंगाबाद जिलाधिकारी, सौरभ जोरवाल एवं विद्या भारती उत्तर - पूर्व के क्षेत्रीय संगठन मंत्री, ख्याली राम भी विशिष्ट अतिथि होंगे. इस कार्यक्रम में भाग लेने हेतु बिहार तथा झारखंड से लगभग साडे 550 प्रतिभागी पहुंच चुके हैं, जिनके आवास एवं भोजन की भी व्यवस्था विद्यालय परिसर में ही की गई है. 

कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम में विज्ञान के विभिन्न कक्षा स्तर के 120 मॉडल, वैदिक गणित के 72 मॉडल एवं कंप्यूटर के 36 मॉडल प्रदर्शित किए जाएंगे, जिसमें सेंसर पर आधारित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित, रक्त संचार पर आधारित व नवाचार पर आधारित प्रदर्श प्रमुख रूप से होंगे. इसके अलावे विज्ञान वैदिक गणित, कंप्यूटर के प्रश्न मंच, पत्र वाचन एवं प्रयोग की प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी. 

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य की छात्रों में वैज्ञानिक अभिरुचि उत्पन्न करना तथा उनके अंदर वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास करना है. विद्या भारती विगत 27 वर्षों से विद्यालय स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक का यह कार्यक्रम करती आ रही है. इस वर्ष यहां से चयनित मॉडल अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित विज्ञान मेला भोपाल में प्रदर्शित किया जाएगा. 

कार्यक्रम में उपस्थित पत्रकारों को विद्या भारती की ओर से जानकारी देते हुए बताया गया कि हम लोग यह प्रतियोगिता 4थी कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक करवाते हैं. संगणक (कंप्यूटर) से वैज्ञानिक दृष्टिकोण से विकास करते हैं. विद्या भारती के हजारों ऐसे छात्र है. जो देश के ऊंचे - ऊंचे पदों पर भी कार्य करते हैं. मेरे विद्यालय से सैकड़ों छात्र - छात्रा आईएएस आईपीएस बनते हैं. अन्य क्षेत्रों में भी काम कर रहे हैं. दीपक शुक्ला अभी रॉकेट में लगने वाली बैटरी को कम बैटरी लगने के लिए वैज्ञानिक दृष्टिकोण से काम कर रहे हैं. ये नासा वैज्ञानिक के साथ भी काम कर रहे हैं. 

इसके बाद विद्या भारती के उपस्थित लोगों ने जानकारी देते हुए बताया कि विद्या भारती की ओर से यहां पदाधिकारी के रूप में जो भी औरंगाबाद पहुंचे हैं. वे समस्त पदाधिकारी तीनों दिन तक औरंगाबाद में रहकर कार्यक्रम को देखेंगे. 

अंत में विद्या भारती के उपस्थित अधिकारियों ने मौजूद पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि हमारी भारतीय संस्कृति है, कि चाहे कोई भी जनप्रतिनिधि, अभिभावक, भैया - बहन आते हैं, तो हम लोग सबका सम्मान देते हैं.