प्रमोद तिवारी को राज्य सभा में संसदीय दल का उप नेता विरोधी दल नियुक्त
श्री तिवारी की नियुक्ति उस समय हुई है जब नेता प्रतिपक्ष राज्य सभा श्री मल्लिकार्जुन खड़गे कर्नाटक सहित लोक सभा के चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांगे्रस के अध्यक्ष के रूप में व्यस्त होने जा रहे थे.
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष एवं राज्य सभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की संस्तुति पर यू.पी.ए. तथा संसदीय दल की चेयरपरसन आदरणीया श्रीमती सोनिया गांधी ने कांगे्रस के वरिष्ठ नेता और 09 बार के विधायक तथा 02 बार के सांसद राज्य सभा प्रमोद तिवारी को राज्य सभा में संसदीय दल का उप नेता, विरोधी दल नियुक्त किया है.
स्मरणीय है कि श्री तिवारी की नियुक्ति उस समय हुई है जब नेता प्रतिपक्ष राज्य सभा श्री मल्लिकार्जुन खड़गे कर्नाटक सहित लोक सभा के चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांगे्रस के अध्यक्ष के रूप में व्यस्त होने जा रहे थे. इसलिये नियमों एवं संसदीय परम्पराओं का ज्ञाता ही राज्य सभा में उप नेता, विरोधी दल बनाया गया, जो मल्लिकार्जुन खड़गे की अनुपस्थिति में कार्यवाहक नेता, विरोधी दल का दायित्व निभा सके.
श्री तिवारी इस पर खरे एवं उपयुक्त बैठते हैं क्योकि वे लगातार 22 वर्षो तक देश की सबसे बड़ी विधान सभा उत्तर प्रदेश में कांगे्रस विधान मण्डल दल के नेता का दायित्व निभा चुके हैं, जो देश में किसी भी प्रदेश की विधान सभा के किसी भी दल के विधान मण्डल दल के नेता का सर्वाधिक कार्यकाल है. आज भी तिवारी द्वारा विधान सभा सदन में दिये गये वक्तव्य व उनके भाषण न र के रूप मे उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य प्रदेशों में उद््धृृत की जाती है. कांगे्रस को उत्तर भारत का एक ऐसा चेहरा चाहिए था जिसका चेहरा और व्यक्तित्व आम जनमानस में जाना पहचाना हो.
भारतीय राष्ट्रीय कांगे्रस के अध्यक्ष पद के चुनाव में वितारी को मल्लिकार्जुन खड़गे के चुनाव का मध्य प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश आदि प्रदेशों का प्रभारी बनाया गया था, और उन्होंने माननीय खड़गे को विजयी बनाने में सफलतापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वाहन किया था.
श्री तिवारी को यू.पी.ए. एवं संसदीय दल की चेयरपरसन आदरणीया श्रीमती सोनिया गांधी नेता और भारतीय राष्ट्रीय कांगे्रस के अध्यक्ष तथा नेता प्रतिपक्ष राज्य सभा मल्लिकार्जुन खड़गे ने फोन करके नियुक्ति की सूचना दी तथा बधाई दी.
श्री तिवारी के अन्य दलों से भी अच्छे राजनैतिक सम्बन्ध है, विशेषरूप से डी.एम.के, एन.सी.पी., आर.जे.डी., समाजवादी पार्टी आदि. इसलिये वे आदरणीया श्रीमती सोनिया गांधी एवं माननीय मल्लिकार्जुन खड़गे की पहली पसंद बन गये, जिससे सबको एक छतरी के नीचे लाया जा सके.
Bureau chief.
Lucknow