विधालय निदेशक व समाजसेवी अरुण जय कुमार ने मंझौली में लगभग डेढ़ लाख रुपये की राशि खर्च कर सूर्य मंदिर का कराया मरम्मती कार्य

विधालय निदेशक व समाजसेवी अरुण जय कुमार ने मंझौली में लगभग डेढ़ लाख रुपये की राशि खर्च कर सूर्य मंदिर का कराया मरम्मती कार्य
School director and social worker Arun Jai Kumar got the Sun Temple repaired in Manjhauli

अजय कुमार पाण्डेय :

औरंगाबाद: (बिहार) रफीगंज विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत कोटवारा - बराही मुख्य मार्ग पर मदार नदी के निकट मंझौली पुल के समीप बनी काफी पुरानी सूर्य मंदिर का आधुनिक तरीके से निर्माण हॉली पब्लिक स्कूल, बराही के निदेशक व गोह विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत जाजापुर गांव निवासी अरुण जय कुमार ने कराया है. ऐसे तो विधालय निदेशक, अरुण जय कुमार मूल रूप से गोह विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत जाजापुर गांव के निवासी हैं. लेकिन उन्होंने भेंटनिया पंचायत अंतर्गत मंझौली गांव के नदी किनारे बनी हुई पुरानी सूर्य मंदिर का आधुनिक तरीके से अंदर / बाहर टाइल्स तथा गेट लगवाकर लगभग डेढ़ लाख रुपए की राशि खर्च कर इसलिए कराया है, कि विद्यालय निदेशक का ननिहाल भी मंझौली गांव में ही पड़ता है.

ध्यातव्य हो कि इस संबंध में जब विद्यालय निदेशक, अरुण जय कुमार से संवाददाता की मुलाकात दीपावली के दिन ही रविवार दिनांक - 12 नवंबर 2023 को मंझौली स्थित विद्यालय में हुई. तब बातचीत के क्रम में ही संवाददाता को जानकारी देते हुए बताया कि मेरा शुरू से ही मंझौली स्थित मदार नदी के निकट बनी पुरानी सूर्य मंदिर तथा हनुमान मंदिर के प्रति श्रद्धा था, कि मैं इसे नये तरीके से निर्माण कराऊंगा, क्योंकि यहां मेरा ननिहाल भी है, और मेरे पूर्वज नाना स्वर्गीय ब्रह्मदेव यादव का भी नाम अमर हो जाएगा, कि स्वर्गीय ब्रह्मदेव यादव के नाती अरुण जय कुमार ने मंदिर का आधुनिक तरीके से निर्माण करा दिया.

अंत में बातचीत के क्रम में ही विद्यालय निदेशक, समाजसेवी व जाजापुर गांव निवासी अरुंजय कुमार तथा मौके पर सुर्य मंदिर के समीप उपस्थित ग्रामीणों ने भी संवाददाता द्वारा पूछे जाने पर जानकारी देते हुए बताया कि यह मंदिर काफी पुराना है, तथा लोक आस्था का महापर्व छठ के पावन अवसर पर यहां बनी हुई सूर्य मंदिर में मंझौली गांव को छोड़कर बौर पंचायत, पोखराहां पंचायत, बेल पंचायत, पौथु पंचायत, इटार पंचायत के भी लोग काफी संख्या में आते हैं, और श्रद्धा पूर्वक लोक आस्था का महापर्व छठ व्रत करते हैं.