Office in Toilet | शौचालय में कार्यालय
डॉ बिन्देश्वरी पाठक का जन्म 02 अप्रैल 1943 में हुआ और उनकी मृत्यु 15 अगस्त 2023 को 80 वर्ष की उम्र में दिल्ली के AIIMS में हुई
एक अमरीकी पत्रकार पटना आए हुए थे। पटना प्रवास के दौरान वे एक सुलभ शौचालय देखने गए। शौचालय देखने के बाद उन्होंने कहा ‘वंडरफुल’। साधारणतः दफ्तरों में शौचालय बनाया जाता है परंतु यहां तो शौचालय में दफ्तर बनाया गया है। यह टिप्पणी अमरीकी पत्रकार ने सुलभ शौचालय के ऊपर बना दफ्तर देखकर की थी। यह श्री बिन्देश्वर पाठक का अद्भुत कारनामा था जिसने सदियों पुराने मैला साफ करने के काम से सफाई मजदूरों को मुक्ति दिलाई थी।
इसके अतिरिक्त श्री पाठक ने दुर्गापूजा के दौरान मथुरा वृंदावन की विधवाओं की कोलकाता की विमान यात्रा भी करवाई थी। इन दोनों कामों के लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे।
डॉ बिन्देश्वरी पाठक का जन्म 02 अप्रैल 1943 में हुआ और उनकी मृत्यु 15 अगस्त 2023 को 80 वर्ष की उम्र में दिल्ली के AIIMS में हुई। उनका नाम एक समाजिक कार्यकर्ता एवं उद्यमी में रूप में लिया जाता रहेगा। उन्होने सन 1970 में सुलभ इन्टरनेशनल की स्थापना की. सुलभ इंटरनेशनल मुख्यतः मानव अधिकार, पर्यावरणीय स्वच्छता, ऊर्जा के गैर पारंपरिक स्रोतों और शिक्षा द्वारा सामाजिक परिवर्तन आदि क्षेत्रों में कार्य करने वाली एक अग्रणी संस्था है.
-by L.S. Herdenia.