पौधारोपण संरक्षण प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है - जिला एवं सत्र न्यायाधीश
अजय कुमार पाण्डेय:
औरंगाबाद: (बिहार) विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार, द्वारा वन विभाग के सहयोग से वृहत एवं सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है. इसके लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार अन्तर्गत प्रतिनियुक्त सभी पारा विधिक स्वयं सेवकों के माध्यम से अपने-अपने अंचल, प्रखण्ड एवं अन्यत्र स्थलो पर एक स्वयंसेवक द्वारा कम से कम एक वृक्ष मुहिम चलाया गया. इस अवसर पर माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश, सम्पूर्णानन्द तिवारी द्वारा स्वयं नवनिर्मित मंडल कारा में पीपल एवं बट का वृक्षारोपण कर इस मुहिम का शुरुआत किया गया. साथ ही मंडल - कारा औरंगाबाद में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम श्रेणी, पंकज कुमार मिश्रा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार सचिव, प्रणव शंकर, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सप्तम, सुनील कुमार सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय, ब्रजेश कुमार सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायाधीश पोक्सो, श्रीमती मितू सिंह, अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम, सौरभ सिंह, वन प्रमंडल पदाधिकारी, रितेश जायसवाल, परिक्ष्यमान भाo प्रo सo, शुभम कुमार, जेल अधीक्षक, सुजीत कुमार झा इत्यादि ने वृक्षारोपण किया इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार रिटेनर, अभिनंदन कुमार तथा पैनल अधिवक्ता, सतीश कुमार स्नेही जेल भ्रमण अधिवक्ता, महेश प्रसाद सिंह इत्यादि उपस्थित रहे.
कार्यक्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार अध्यक्ष, सम्पूर्णानन्द तिवारी ने कहा कि सभी लोग पौधे लगाएं, एवं अपने आस - पास के लोगों को भी पौधे लगाने के लिए प्रोत्साहित करें. साथ ही उसके पूर्ण अस्तित्व में आने तक उसका देखभाल भी करें, जिससे कि लगाए गए पौधे विशाल स्वरूप धारण कर पर्यावरण संरक्षण का वाहक बनें.
जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि पर्यावरण और जीवन का अटूट सम्बन्ध है, और पर्यावरण दिवस मनाकर पर्यावरण के संरक्षण, संवर्धन और विकास का संकल्प लेने की आवश्य्कता है, और यह क्रम लगातार किया जाना चाहिए. हमारे पूर्वजों ने वृक्ष लगाए हैं. जिसके कारण हमारे आस-पास हरियाली दिखाई दे रहा है, और हमें छाया प्रदान कर रहा है. इस कर्तव्य को पूरा करने का दायित्व प्रत्येक व्यक्ति के उपर है, और प्रत्येक व्यक्ति पर्यावरण संरक्षण का दायित्व सही से निभाएं. साल-दर साल वर्षा का कम होना, भूजलस्तर कम होना, और इसके विपरीत गर्मी के तपन का बढ़ते जाना आदि चींजें सीधे-सीधे इसी पर्यावरण से जुड़ा है. अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार सचिव, प्रणव शंकर ने बताया कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा प्रत्येक वर्ष वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. जिसमें सभी न्यायिक पदाधिकारी बढ़ - चढ़कर हिस्सा लेते है. इस बार सभी पारा विधिक स्वयं सेवकों को भी यह दायित्व सौपा गया है, कि वे अपने-अपने क्षेत्र में अधिक से अधिक वृक्षारोपण करें, जिससे कि पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ आसपास का वातावरण स्वास्थ्यप्रद हो.