इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया की सेवायें प्रशंसनीयः बृजेश पाठक आदम किचन व आदम माॅल का तीसरा वार्षिक समारोह हुआ

इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया की सेवायें प्रशंसनीयः बृजेश पाठक आदम किचन व आदम माॅल का तीसरा वार्षिक समारोह हुआ

इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया के अन्र्तगत आदम किचन और आदम माॅल को सामाज सेवा करते हुए 3 वर्ष पूरे हो गए। इस अवसर पर जरूरत मन्दों की सहायता, सामाज सेवा का छेत्र बढ़ाने और कार्यकर्ताओं की हिम्मत बढ़ाने के लिए ईदगाह लखनऊ में एक जलसा हुआ। इस की अध्यक्षता इमाम ईदगाह लखनऊ मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली चेयरमैन इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया ने की। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक मुख्य अतिथि के रूप में शरीक हुए। संचालन शेख सऊद रईस अधिवक्ता हाई कोर्ट ने किया। शुक्रिया डा0 गुफरान राशिद ने अदा किया। जलसे में विभिन्न उलमाक्राम और सामाज सेवियों ने शिरकत की। बृजेश पाठक और अन्य मेहमानों ने जरूरतमन्दों को कम्बल और गरम कपड़े बाॅटे
इस अवसर पर बृजेश पाठक ने इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया और मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली की सामाज सेवाओं की प्रशंसा की। उन्होने कहा कि मौलाना फरंगी महली जिस तरह से बिना किसी धार्मिक भेद भाव के मानवता की सेवा कर रहे हैं वह हम सबको अपनाना चाहिए। उन्होने कहा कि आदम किचन से हजारों लोग फायदा उठा रहे हैं। यह बहुत नेक काम है। उन्होने कहा कि मौलाना फरंगी महली ने कोविड और लाक डाउन के समय में बहुत ही प्रशंसनीय काम अंजाम दिये हैं। यहाॅ के वैक्सीनेशन कैम्प में हजारों लोग आये और टीके लगवाये। उन्होने कहा कि हमारी सरकार की भी यही कोशिश है कि हर जरूरतमन्द की जरूरतें पूरी की जायें। हमारे प्रदेश में हर इंसान को रोटी, कपड़ा और मकान जैसी बुनियादी जरूरतें उपलब्ध हों। उन्होने कहा कि हम सब को चाहिए कि जिस की जितनी हैसियत हो वह जरूरतमन्द लोगों की मदद करे।
इस अवसर पवर मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि भूकों को खाना खिलाना, जो लिबास से महरूम हों उनको लिबास उपलब्ध कराना और जरूरतमन्दों की सहायता करना इस्लाम दीन की बुनियादी और अहम् शिक्षाओं में से है। नबी पाक की सीरत, सहाबक्राम के हालात और अवलिया-ए-क्राम से एैसे उदाहरण भरे हुए हैं। उन्होन कहा कि तमाम कुटुम्भ खुदा पाक का कुम्बा है। इस कुम्बे के साथ जो अच्छा व्यवहार करेगा खुदा पाक उसको बेहतरीन सवाब देगा।
मौलाना फरंगी महली ने कहा कि आज के इस जलसे का उद्देश्य सामाजी कार्यकर्ताओं की हिम्मत बढ़ाना और आदम किचन व आदम माॅल का परिचय कराना है ताकि इंसानियत का दर्द रखने वाले खुश नसीब लोग जरूरतमन्दों को अधिक से अधिक सहायता करें।
मौलाना खालिद रशीद ने इस्लामिक सेन्टर आफ इण्डिया की सामाजी सेवाओं का वर्णन करते हुए कहा कि आदम किचन का आरम्भ 15 नवम्बर 2019 से हुआ था और 06 जनवरी 2023 तक 286750 लोगों ने इसके दस्तरख्वान से फायदा उठाया हैं उन्होने कहा कि इस्लामिक सेन्टर के अन्र्तगत जनवरी 2001 से फरवरी 2020 तक निःशल्क मांसिक चिकित्सा कैम्प लगता रहा। कुल 216 कैम्प लगे। उनमें मरीजों की कुल संख्या 64800 थी। उनकी जाॅचें की गयीं, दवायें दी गयीं। इसी तरह 21600 रोगियों को निःशुल्क चश्मे दिये गए। उन्होने कहा कि कोविड-19 के लाक डाउन के समय में इस्लामिक सेन्टर से जरूरतमन्दों में 75000 फूड पैकेस्ट बाॅटे गए। हजारों लोगों को मेडिसिन किट दी गयी। आक्सीजन सिलण्डर दिये गए। कब्रिस्तान कमेटी बनाकर कोरोना से मरने वालों के कफन दफन का बन्दोबस्त किया गया। उन्होने कहा कि सेन्टर ने विभिन्न हकदार छात्र व छात्राओं को वजीफा दिया। गरीब लड़कियों की शादियों का भी बन्दोबस्त किया।
मौलाना फरंगी महली ने अपने सम्बोधन में हर मालदार व इंसानियत दोस्त पर जोर दिया कि वह हर सम्भव जरूरतमन्द की सहायता करे।
आदम किचन के इंचार्ज डा0 अब्दुल अहद नेआदम माल की तीन वर्ष की रिपोर्ट पढ़ी।  उन्होने सहायता करने वालों और अपने स्टाफ का शुक्रिया अदा किया।  उन्होने कहा कि जब से किचन का आरम्भ हुआ है किचन स्टाफ ने एक दिन का नागा नही किया है। ईद उल फित्र और ईद उल अज़हा के अवसरों पर भी यह लोगों ने अपनी सेवा अंजाम दी है । इसके लिए हम उनका विशेष तौर पर शुक्रिया अदा करते हैं। उन्होने कहा कि हमारे सहायता करने वाले अपने जो पुराने कपड़े आदम माॅल में देते हैं हम उनको अपने माॅल में धुलवाकर रखते हैं और हकदार को उसकी पसन्द किये हुए कपड़े उनको देते हैं। उन्होने कहा कि दिन में 04 बजे से रात में 08 बजे आदम माॅल से जरूरत मन्द कपड़े ले सकते हैं।

Bureau chief. 

Lucknow