मगध विश्वविद्यालय की सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज औरंगाबाद में खोले गए शाखा में 09 सीनेट बोर्ड सदस्यों को आमंत्रित नहीं किए जाने पर कुटुंबा कांग्रेस विधायक ने की नाराज़गी व्यक्त

प्रोटोकॉल के तहत स्थानीय जनप्रतिनिधि को भी क्यों नहीं बुलाया गया? सीनियर लीडर जैसे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री, माननीय जीतन राम मांझी, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री, डॉक्टर प्रेम कुमार को भी क्यों नहीं बुलाया गया?

मगध विश्वविद्यालय की सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज औरंगाबाद में खोले गए शाखा में 09 सीनेट बोर्ड सदस्यों को आमंत्रित नहीं किए जाने पर कुटुंबा कांग्रेस विधायक ने की नाराज़गी व्यक्त
Kutumba Congress MLA expressed displeasure over not inviting Senate Board members

अजय कुमार पाण्डेय:

औरंगाबाद: (बिहार) नब्बे किलोमीटर की दूरी कम करने के उद्देश्य से जिला मुख्यालय औरंगाबाद स्थित सच्चिदानंद सिन्हा महाविद्यालय में खोले गए मगध विश्वविद्यालय बोधगया की शाखा के उद्घाटन समारोह में सीनेट बोर्ड के 09 सदस्यों को आमंत्रित नहीं किए जाने की वजह से कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक व बिहार विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के सचेतक, राजेश कुमार उर्फ राजेश राम ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त की है.

इस मामले में कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक राजेश कुमार उर्फ राजेश राम ने संवाददाता से गुरुवार दिनांक - 19 अक्टूबर 2023 को मोबाइल पर हुई बातचीत के क्रम में जानकारी देते हुए बताया कि मगध विश्वविद्यालय बोधगया में बिहार के अधिषद (सीनेट) हेतु बिहार विधानसभा के माननीय सदस्य इमामगंज विधानसभा क्षेत्र संख्या - 227 (अनु0 जा0) के विधायक व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा संस्थापक, माननीय जीतन राम मांझी, गया शहर विधानसभा क्षेत्र संख्या - 230 के विधायक एवं बिहार सरकार के पूर्व मंत्री, माननीय डॉक्टर प्रेम कुमार, गोह विधानसभा क्षेत्र संख्या - 219 के विधायक, भीम कुमार सिंह उर्फ भीम यादव, हरनौत विधानसभा क्षेत्र संख्या - 177 के विधायक हरि नारायण सिंह, शेरघाटी विधानसभा क्षेत्र संख्या - 226 के विधायक श्रीमती मंजू अग्रवाल, जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र संख्या - 216 के विधायक कुमार कृष्ण मोहन उर्फ सुदय यादव, घोसी विधानसभा क्षेत्र संख्या - 217 के विधायक रामबली सिंह यादव, गोविंदपुर विधानसभा क्षेत्र संख्या - के विधायक मोहम्मद कामरान तथा कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र संख्या - 222 (अनु0 जा0) के विधायक राजेश कुमार उर्फ राजेश राम यानी कि मुझे आमंत्रित नहीं किया गया है.

इस कार्यक्रम में कार्ड भी दो प्रकार का छापा गया है. यहां तक की औरंगाबाद में स्थानीय जनप्रतिनिधि को भी आमंत्रित नहीं किया गया. प्रोटोकॉल के तहत स्थानीय जनप्रतिनिधि को भी क्यों नहीं बुलाया गया? सीनियर लीडर जैसे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री, माननीय जीतन राम मांझी, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री, डॉक्टर प्रेम कुमार को भी क्यों नहीं बुलाया गया? इसलिए यह तो लगता है कि मगध विश्वविद्यालय बोधगया में अब नई परंपरा शुरू हो गई है.

इसके बाद संवाददाता से बातचीत के क्रम में ही कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक राजेश कुमार उर्फ राजेश राम ने कहा कि लगता है कि औरंगाबाद के स्थानीय सदर विधायक आनंद शंकर सिंह को भी आमंत्रित नहीं किया गया था. लेकिन जानकारी मिलने पर उन्होंने हल्ला गुल्ला किया. तब मामला शांत कराया गया. इसके बाद कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक राजेश कुमार उर्फ राजेश राम ने संवाददाता से बातचीत के क्रम में कहा कि मैंने ही मगध विश्वविद्यालय के अधिपद की वार्षिक बैठक में गुरुवार दिनांक - 18 मई 2023 को प्रस्ताव रखते हुए सर्वप्रथम मांग किया था, कि मैं छात्र-छात्राओं के हित में विश्वविद्यालय के कार्यों का विकेंद्रीयकरण हेतु औरंगाबाद में मगध विश्वविद्यालय का शाखा खोले जाने का प्रस्ताव रखता हूं. इसलिए यह मगध विश्वविद्यालय का औरंगाबाद में लाया हुआ शाखा भी मेरा ही है.

तब संवाददाता ने कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक व बिहार विधानसभा में सत्तारूढ़ दल के सचेतक राजेश कुमार उर्फ राजेश राम से सवाल पूछा कि शाखा के उद्घाटन समारोह में आप लोगों को आमंत्रित नहीं किया गया. इसलिए अब आपके द्वारा आगे की कार्रवाई क्या की जाएगी?

तब कुटुंबा विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक राजेश कुमार उर्फ राजेश राम ने जानकारी देते हुए बताया कि पटना में माननीया राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का कार्यक्रम था. जिसके वजह से माननीय राज्यपाल का अभी समय नहीं मिल पाया है. लेकिन इसके लिए मैं बिहार के माननीय राज्यपाल से समय मांगा हूं, और इसकी लिखित शिकायत बिहार के माननीय मुख्यमंत्री, नीतीश कुमार, बिहार विधानसभा के माननीय अध्यक्ष एवं शिक्षा विभाग से भी करूंगा.