परिवार न्यायालय में बढ़ रहे हैं लम्बित मामले
Pending cases are increasing in family court
अजय कुमार पाण्डेय:
औरंगाबाद: ( बिहार ) पैनल अधिवक्ता, सतीश कुमार स्नेही ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया है कि व्यवहार - न्यायालय, औरंगाबाद के परिवार न्यायालय में लम्बित मामले की संख्या शीघ्र ही 1,500 होनेवाली है. अभी कुल लम्बित मामले की संख्या 1,409 है. अधिवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया है कि 03 जनवरी 2023 से फैमिली कोर्ट ( भेकेंट ) है. उस समय तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश, कृष्ण कांत त्रिपाठी का तबादला जिला जज के रूप में बांका हो गया था. 03 जनवरी 2023 को परिवार न्यायालय से सम्बंधित मामले की संख्या 1,348 थी. औरंगाबाद में परिवार न्यायालय अति व्यस्ततम न्यायालय है. जहां प्रत्येक माह दर्जनों वाद फाइल होते हैं.
विगत चार महीने से पटना हाईकोर्ट से नये प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय की नियुक्ति नहीं होने से पक्षकारो में मायुसी है. इसका प्रभाव 13 मई 2023 को होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत में भी पारिवारिक मामलों के निष्पादन पर हो सकता है.